नई दिल्ली : देश में लगातार कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी जारी है। इस बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेताया है कि अगर लोगों ने लापारवाही दिखाई तो होली ‘कोरोना का सुपर स्प्रेडर’ साबित हो सकती है। यानी इस समय कोरोना के मामलों में भारी बढ़ोतरी हो सकती है। यह चेतावनी ऐसे समय में दी गई है जब महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और जम्मू-कश्मीर में मामलों में तेजी देखने को मिली है। दिल्ली में लगभग 35 दिनों बाद एक दिन सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान समय भारतीयों को सामाजिक समारोहों या सामुदायिक बैठकों का आयोजन ठीक नहीं है, क्योंकि लगातार मामले बढ़ रहे हैं और देश में नए स्ट्रेन की भी पहचान हुई है।
इस समय अगर लापरवाही दिखाई गई कोरोना संबंधी जरूरी सावधानी नहीं बरती गई तो आने वाले दिनों के दौरान मामलों में तेजी देखने को मिल सकती है। ऐसे में हमें सार्वजनिक समारोहों से दूर रहना चाहिए। खासकर होली के समय। ऐसा इसीलिए क्योंकि इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन नहीं होता। यह बात समाचार एजेंसी आइएएनएस से बातचीत के दौरान फोर्टिस हॉस्पिटल में पल्मोनोलॉजी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन कंसल्टेंट डॉ ऋचा सरीन ने कही। उन्होंने यह भी कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि कोरोना अभी गया नहीं है। लोगों को एहतियात के साथ होली मनाने की योजना बनानी चाहिए।
एडवाइजरी पालन करने की सलाह
श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट में सीनियर कंसल्टेंट और पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर अनिमेष आर्य ने कहा कि होली के दौरान वार्तमान समय की तुलना में ज्यादा तेजी से मामलों में बढ़ोतरी हो सकती है। उन्होंने इसे लेकर प्रशासन द्वारा जारी की गई एडवाइजरी पालन करने की सलाह दी। साथ ही कहा कि लोगों का खुले दिल से स्वागत करें, लेकिन हाथ मिलाना और गले मिलने से परहेज करें और मास्क पहने के साथ-साथ कोरोना संबंधी अन्य नियमों का भी पालन करें।
नए स्ट्रेन काफी संक्रामक
महाराष्ट्र, केरल और तेलंगाना सहित 18 राज्य पर सेंट्रल एजेंसी फॉर डिजीज सर्विलांस नजर बनाए हुए है। इन क्षेत्रों में ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में पाए गए कोरोना के नए वैरिएंट के 200 के करीब मामले सामने आ गए हैं। दिल्ली में महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और पंजाब से आने वाले लोगों के लिए नेगेटिव कोरोना रिपोर्ट अनिवार्य कर दिया गया है। ऋचा सरीन ने कहा कि नए स्ट्रेन काफी संक्रामक प्रतित हो रहे हैं। इसलिए तेजी फैल रहे हैं। हालांकि, ये कितने जानलेवा हैं अब तक इसे लेकर कोई डेटा नहीं है। आने वाले दिनों में इसकी भी जानकारी मिल जाएगी।