नई दिल्ली : प्याज की आसमान छूती कीमतों के बीच केंद्र सरकार ने इसके निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। देशभर में प्याज की किल्लत के बाद इसकी कीमतों में भारी उछाल को देखते हुए इसके निर्यात पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने प्याज की निर्यात नीति में अगले आदेश तक संशोधन किया है। इसी बीच दिल्ली सरकार ने मोबाइल वैन के जरिये 24 रुपये किलो प्याज बेचना शुरू कर दिया है। इससे पहले केंद्रीय खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने कहा था कि केंद्र के पास पर्याप्त मात्रा में प्याज का स्टॉक है और वह इसे विभिन्न राज्यों में आपूर्ति करने जा रही है, जिससे कीमतें घटेंगी।
अगले कुछ दिनों में विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव भी होने है, जिसके कारण सरकार को इस बात की चिंता सता रही है कि अगर प्याज की कीमतें अनियंत्रित रहीं तो उसे चुनावों में इसका खामियाजा उठाना पड़ सकता है। इसलिए सरकार इसमें कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है और इसी को देखते हुए प्याज के निर्यात पर तत्काल रोक लगाई गई है। इतिहास गवाह है कि प्याज की आसमान छूती कीमतों ने कई बार सत्ता परिवर्तन में बड़ी भूमिका निभाई है।
इसी बीच, दिल्लीवालों को शनिवार से सस्ता प्याज मिलना शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शनिवार को सचिवालय से मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। दिल्ली में 70 मोबाइल वैन के साथ-साथ राशन की 400 दुकानों से 23.90 रुपये किलो के हिसाब से लोगों को प्याज दिया जा रहा है। अभी 70 छोटे टेंपो के जरिए सभी विधानसभाओं में प्याज बेचा जा रहा है और बड़े टेंपों के जरिए प्याज बेचे जाने के लिए टेंडर भी किया है। 4 अक्टूबर को टेंडर ओपन होगा। सचिवालय से विधायक वैन को लेकर अपनी-अपनी विधानसभा में पहुंचे और सस्ते दरों पर प्याज बेचा गया।
मुख्यमंत्री वैन रवाना करने के दौरान कहा कि खुदरा बाजार में 70-80 रुपये प्रति किलो मिल रही थी। आम लोगों की परेशानी को दूर करने के लिए दिल्ली सरकार ने 23.90 रुपये प्रति किलो के हिसाब से प्याज बेचने का फैसला किया है। सभी 70 विधानसभा क्षेत्र में एक-एक मोबाइल वैन जाएगी। एक व्यक्ति को अधिकतम पांच किलो प्याज एक दिन में मिलेगा।
प्याज बेचने का काम सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक होगा। इसके लिए कोई पहचान पत्र नहीं चाहिए। कोई भी व्यक्ति प्याज खरीद सकता है। साथ ही 400 राशन दुकानों को चुना गया है। इसी तरह एक विधानसभा में पांच दुकानों पर प्याज मिलेगा। इसकी समय-समय पर समीक्षा होगी। जरूरत पड़ी तो दुकानों की संख्या बढ़ा दी जाएगी। प्याज मोबाइल वैन भी बढ़ाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी केंद्र सरकार से जैसा प्याज मिल रहा है, उसे सीधे बाजार में उतारा गया है। भविष्य में प्याज की क्वॉलिटी कंट्रोल के लिए दो अधिकारी नागपुर जाएंगे। वह अच्छी क्वॉलिटी का प्याज ही दिल्ली के लिए लोड कराएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्याज की जमाखोरी करने वालों पर सरकार की लगातार नजर है। आगे भी जमाखोरी के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। खपत के मुकाबले आवक कम होने से प्याज की कीमत बढ़ रही है।