सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक आखिरकार वह प्रिवेसी फीचर लॉन्च करने जा रहा है, जिसका यूजर्स को बेसब्री से इंतजार था।
इस नए फीचर का नाम क्लियर हिस्ट्री (Clear History) होगा, जिसके जरिए यूजर फेसबुक द्वारा इकट्ठा किए गए डेटा को डिलीट कर पाएंगे।
यह जानकारी फेसबुक के चीफ फाइनेंस ऑफिसर डेविड वेहनेर ने बार्सिलोना में जारी मीडिया ऐंड टेलिकॉम कॉन्फ्रेंस के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि कंपनी इस साल के अंत तक यह फीचर सभी यूजर्स के लिए जारी कर देगी।
जो लोग इस बात से अनजान हैं उन्हें बता दें कि फेसबुक यह डेटा उसके ऐड और ऐनालिटिक्स टूल्स का इस्तेमाल करने वाली साइट्स और ऐप्स के जरिए जुटाता है। इस फीचर के आने के बाद अब आप फेसबुक के डेटा स्टोर से अपनी ब्राउजिंग हिस्ट्री डिलीट कर पाएंगे।
फेसबुक के को-फाउंडर मार्क जकरबर्ग ने पिछले साल मई में इस फीचर का ऐलान किया था, जिससे बाद से यूजर्स इसकी लॉन्चिंग का इंतजार कर रहे हैं।
कैसे करेगा काम
इस फीचर की मदद से फेसबुक यूजर्स थर्ड पार्टी ऐप्स और वेबसाइट का इस्तेमाल कर कलेक्ट किए गए अपने डेटा को डिलीट कर पाएंगे।
क्लियर हिस्ट्री नाम से आने वाला यह नया फीचर किसी वेब ब्राउजर के ऑप्शन जैसा होगा, जिसमें यूजर कैश से अपनी हिस्ट्री और कुकीज डिलीट करते हैं।
फेसबुक में इस अपडेट के आने के बाद यूजर्स उन ऐप्स और वेबसाइट्स के बारे में जान पाएंगे, जिन्हें उन्होंने विजिट किया है। साथ ही अपने अकाउंट से इस इन्फ़र्मेशन को डिलीट कर पाएंगे।
गौरतलब है कि कैंब्रिज ऐनालिटिका का मामला सामने आने के बाद से फेसबुक सिक्यॉरिटी को लेकर लगातार दबाव में है।
यही वजह है कि सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म अपने यूजर्स के लिए प्रिवेसी कंट्रोल को बेहतर करने पर फोकस कर रहा है।