मिस्र में एक व्यक्ति को फेसबुक पर समृद्ध मिस्र की महिलाओं का अपमान करने और मनगढ़ंत बातें फैलाने के मामले में तीन साल की सजा सुनाई गई है।
‘न्यूजइजिप्ट डॉट कॉम’ की रिपोर्ट के अनुसार, अल-सॉब्की ‘डायरी ऑफ ए क्रश्ड हसबैंड’ नाम से फेसबुक पर एक व्यंग्यात्मक पेज चलाते हैं।
हाल में ‘सीबीसी’ चैनल पर शो के मेजबान खरी रमदान को दिए एक साक्षात्कार में अल-सॉब्की ने ऊपरी मिस्र की महिलाओं के चरित्र पर उंगली उठाते हुए कहा कि इस क्षेत्र की अधिकांश महिलाएं अपने पतियों के साथ फरेब करती हैं। उन्होंने दावा किया कि करीब एक तिहाई महिलाएं अपने पतियों के प्रति वफादार नहीं होती हैं।
साक्षात्कार की यह वीडियो वायरल हो गई, जिसके बाद सोशल मीडिया में अल-सॉब्की की थू-थू शुरू हो गई। उनके विवादित बयान के चलते रमदान के कार्यक्रम को सीबीसी से निलंबित कर दिया गया।
अल-सॉब्की के अधिवक्ता के अनुसार, अदालत की ओर से यही फैसला सुनाए जाने की उम्मीद थी, क्योंकि यह लोकमत का मामला था। अल-सॉब्की की फैसले के खिलाफ अपील करने की तैयारी है। रिपोर्ट के अनुसार, अल-सॉब्की को फेसबुक पर जान से मारने की धमकी मिली है, जिसके चलते अदालत ने उनकी सुरक्षा कड़ी कर दी है।
एक रिपोर्ट में अल-सॉब्की के हवाले से कहा गया कि ‘उन्होंने कहा कि वह ऊपरी मिस्र की महिलाओं की इज्जत करते हैं, क्योंकि उनकी मां ऊपरी मिस्र के किना इलाके से हैं और उनका अपमान करने का इरादा नहीं था। उन्होंने दावा किया कि उनके बयान का गलत मतलब निकाल लिया गया।’