नई दिल्ली। बुधवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर हो रही आम आदमी पार्टी (आप) की रैली में किसान गजेंद्र सिंह ने खुदकुशी की । उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया है। जहां डॉक्टरों ने बताया कि किसान को मृत लाया गया था। पेड़ पर चढ़ने से पहले युवक ने एक चिट्ठी भी फेंकी, जिसमें खुद को दौसा का रहने वाला बताया।
रैली को मंच से संबोधित कर रहे आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास ने युवक को पेड़ से उतरने की अपील भी की थी, लेकिन वह नहीं माना। बाद में कुमार विश्वास ने यह आरोप भी लगाया कि पुलिस ने युवक को रोकने की कोशिश नहीं की। उधर, किसान की आत्महत्या के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपना भाषण देना जारी रखा।
आत्महत्या की कोशिश करने वाले किसान के पास से एक चिट्ठी मिली है। जिससे उसकी पहचान पहचान गजेंद्र के रूप में हुई है। वह राजस्थान के दौसा का रहने वाला है। किसान बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसल से परेशान था। इसलिए उसने जंतर-मंतर पर एक पेड़ पर चढ़कर जान देने की कोशिश की।
चिट्ठी में घर से निकाले जाने की भी बात कही गई है। इस बीच, कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि देश का किसान मुश्किल में है। सरकार को संज्ञान लेना चाहिए। इस बीच, के नेता आशीष खेतान ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब किसानों की लड़ाई लड़ेंगे।
खेतान के मुताबिक, कितनी भी रुकावटें आएं, साजिशें रची जाएं जो यात्रा जंतर-मंतर से शुरू हो रही है, वो अंजाम तक पहुंचेगी। मैं देश के सारे किसानों से पूछना चाहता हूं कि अच्छे दिन आ गए क्या? देश में उद्योग की जरूरत है पर साथ में किसानों की भी जरूरत है। ऐसे विकास का कोई फायदा नहीं, जिसमें किसान की भागीदारी न हो। अगर किसान की जमीन पर देश में कहीं भी किसी की गलत नजर पड़ी तो आम आदमी पार्टी किसान के साथ खड़ी होगी। अब किसानों के हक की लड़ाई केजरीवाल लड़ेंगे।
गोपाल राय ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी है। आम आदमी दिल्ली में किसानों के हित में काम कर रही है। हमारी पार्टी किसानों के दुख-दर्द समझती है, जबकि दूसरी पार्टियां किसानों के मामले में सिर्फ सियासत कर रही हैं। भगवंत मान ने कहा कि किसानों के हितों से संबंधित सारे नियमों को हटाकर किसानों का गला घोंटा जा रहा है। उनके मुताबिक, जो रस्सी बैल के गले में घुंघरू बांधने के लिए थी वो अब किसान के गले का फंदा बन गई है।