बुरहानपुर : मध्यप्रदेश में प्रतीक मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई में लाखों लोग अपनी शिकायत और समस्या लेकर जिला कलेक्टर कार्यलय पहुंचते हैं। पर अजब गजब मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में जनसुनवाई के दौरान एक अलग मामला सामने आया। दरअसल बुरहानपुर कलेक्टर कार्यालय में एक किसान घोड़े लेकर पहुंच गया। उसे देख हर कोई हैरत में पड़ गया। किसान ने जनसुनवाई में अपनी यथा सुनते हुए कहा की वे इन घोड़ों से बेहद परेशान हैं क्योंकि ये उसकी फसल को नुकसान पंहुचा रहे हैं। ये अजीब मामला सामने आपने पर एडीएम भी अपनी जगह से उठकर बहार आए और उस किसान को समस्या के निवारण का भरोसा दिलाया।
मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक शहर बुरहानपुर के पातोंडा गांव के किसान आवारा घोड़ों के आतंक से इतने परेशान हो गए कि वे उन घोड़ों को पकड़ कर जनसुनवाई में जिला कलेक्टर कार्यालय ले आए। इतने घोड़ों को एक साथ कलेक्टर कार्यालय में देख कर हर कोई भौचक्का रह गया। हर किसी की जुबान पर सिर्फ यही था आखिर ये घोड़े यहाँ क्यों लाए गए हैं। आवारा घोड़ों से परेशान किसान रामभाउ महाजन और योगेश शर्मा ने बताया कि ये आवारा घोड़ों उनके खेतों में घुसकर उनकी फसल को बर्बाद कर रहे हैं। जिस से उन्हें आर्थिक नुकसान के साथ ही इन घोड़ो के हमले से कई लोग घायल भी कर दिया हैं। इसे में इस समस्या से निजात पाने के लिए वे आज इन आवारा घोड़ों को जिला कलेक्टर कार्यालय ले आए हैं।
पातोंडा ग्राम के सरपंच ओमराज बाविस्कर ने बुरहानपुर नगर निगम पर आरोप लगते हुए कहा कि नगर निगम ने आवारा पशुओं के लिए कांजी हॉउस नहीं बनाए जिस से आवारा पशु खेतों में घुस कर फसलों को नुकसान पंहुचा रहे हैं। अगर जिला प्रशासन अगले मंगलवार तक इस समस्या से छुटकारा नहीं दिलाता हैं तो ग्रामवासी उग्र आंदोलन करेंगे।
इधर कलेक्टर कार्यालय में घोड़े लाए जाने की खबर मिलते ही एडीएम रोमानुस टोप्पो अपनी कुर्सी छोड़ बहार आगए। उन्होंने पीड़ित किसानों की समस्या सुन कर निगम आयुक्त को बुलवा कर आवारा घोड़ों को कांजी हाउस छुड़वाने के निर्देश दिए।
जनसुनवाई में यह अजब गजब मामला अब चर्चा का विषय बना हुआ हैं। देखने वाली बात हैं की क्या अब इन किसानों को आवारा पशुओं से निजात मिलती है या फिर ये किसान इसी तरह आवारा पशुओं को लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय आते रहेंगे।