दमोह – वर्तमान समय में सोशल मीडिया के महत्व को कौन नहीं जानता?कम समय में अधिक से अधिक लोगों तक बात और जानकारी पहुंचाने का एक अच्छा और सस्ता माध्यम इसको माना जाता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार देश में करोडों लोग इसका उपयोग कर रहे हैं तो लगभग 10 लाख से भी अधिक मतदाताओं की संख्या इसके उपयोग करने वालों की बतलायी जाती है। इसी सोशल मीडिया का प्रयोग वर्तमान में प्रदेश के कृषि विभाग द्वारा किसानों एवं संबधित अधिकारियों तक पहुंचाने में किया जा रहा है। ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश में इस समय कृषि महोत्सव को मनाया जा रहा है। इसकी आन लाईन मानीटरिंग इसी माध्यम से हो रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इसमें 12 सदस्य जिला स्तर पर एवं ब्लाक स्तर पर प्रति ब्लाक 3 से 4 सदस्य सतत् निगरानी कर रहे हैं। जिला स्तर पर स्थित कार्यालय में एक कंट्रोल रूम एवं कम्युनुकेशन सेंटर में वॉट्स अप,फेशबुक,ब्लाग के माध्यम से लगातार कार्य जारी है। इसके द्वारा प्रतिदिन,प्रतिपल प्रचार सामग्री साथ-साथ दैनिक प्रगति को दर्ज किया जा रहा है। उक्त कार्य का कुशल नेतृत्च करने में लगे राजीव खोसला ने बतलाया कि सोशल मीडिया का भरपूर उपयोग किया जा रहा है। जिले के सुदुर ग्रामों में चल रहे लगातार विभागीय उक्त कार्यक्रम की जानकारी एवं फोटो कुछ ही मिनटो में कंट्रोल रूम एवं कम्युनुकेशन सेंटर को प्राप्त हो जाती है और इसको वाट्रसअप,फेशबुक तथा ब्लाग के माध्यम से आगे बढा दिया जाता है। इन्होने बतलाया कि इसके प्रभारी अधिकारी ए.के.राठौर परियोजना संचालक आत्मा हैं। ज्ञात हो कि प्रदेश भर में चल रहे कृषि महोत्सव के दौरान सोशलमीडिया के उपयोग के मामले में दमोह का एक सर्वश्रेष्ठ स्थान बना हुआ है। बतला दें कि गत बर्ष दमोह को तृतीय स्थान मिला था सोशल मीडिया के प्रयोग के मामले में ।
जिले के 150 ग्रामों में पहुंचा रथ-
प्रदेश में चल रहे कृषि महोत्सव के दौरान आयोजित कार्यक्रम के दौरान जिले में कृषि क्रांति रथ जिले के 150 ग्राम पंचायतों /ग्रामों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 120 ग्राम पंचायतों में कृषि शिविर का आयोजन किया जा चुका है जिसमें भाग लेने वाले कृषकों की संख्या 8110 बतलायी जाती है। विभाग की सूरज धारा योजना के तहत 160,अन्नपूर्णा योजना के तहत् 180,बीजग्राम योजना के अंतर्गत् 240 कृषकों को बीज मिनि किट वितरित किये गये हैं। विभाग से ही प्राप्त जानकारी के अनुसार 2220 कृषकों के खेतों में जाकर मृदा परिक्षण हेतु मिट्टी के नमूने लिये गये। 11220 कृषकों को कृषि उद्यानिकी एवं जैविक खेती तकनीकी के पंपलेट,पोस्टर अदि वितरित किये गये।
वहीं सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना बलराम तालाब योजना के तहत् 110 कृषकों के यहां तालाब निर्माण का कार्य प्रारंभ कराया गया। वहीं 40 कृषक उत्पादक संगठनों की बैठकों के दौरान 1360 कृषकों ने भाग लिया। इसी क्रम में भ्रमण के दौरान अधिकारियों ने 190 स्प्रिंकलर,104 ड्रिप सिंचाई पद्धति प्रकरणों की जांच भी गयी। उपसंचालक कृषि बी.एल.कुरील के अनुसार लगातार शासन के निर्देश के अनुसार कार्य जारी है। इन्होने बतलाया कि इस अवसर पर उद्यानिकी,पशु पालन,मछली पालन विभाग की योजनाओं का लाभ भी इस दौरान दिलाया जा रहा है 1460 किसानों को इसके लिये प्रोत्साहित किया गया। इन्होने बतलाया कि महिला बाल विकास,जल संसाधन,पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों का भी इस दौरान उक्त कार्यक्रम के दौरान विभाग के अधिकारियों के साथ भ्रमण जारी है।
रिपोर्ट :- डा.एल.एन.वैष्णव