ग्वालियर- अधिक मोटापा एवं बड़े पेट वाले पुलिस अफसरों व जवानों को प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ऋषि शुक्ला ने सख्त हिदायत दी है कि पेट कम करो, नहीं तो सिर्फ कार्यालय का काम संभालो। शुक्ला ने फील्ड पर रहने वाले अफसर से लेकर सिपाही तक को फिट एवं दुरुस्त रहने की ताकीद कर दी।
डीजीपी का मामना है कि प्रदेश पुलिस के जवान भी सेना के जवानों की तरह स्लिम ट्रिम रहें। पीएचक्यू से मिले निर्देश के बाद जिले में तोंदू पुलिस कर्मियों की सूची तैयार की जा रही है। सूची तैयार होते ही उसमें नामजद जवानों को जिम में जाकर अपनी तोंद को कम करने सहित स्वस्थ्य रहने के गुर बताए जाएंगे।
गौरतलब है कि पुलिस विभाग में सैकड़ों ऐसे तोंदू पुलिस कर्मी हैं, जो पुलिस जवानों के नाम पर कभी-कभी मजाक बन जाते हैं। यही नहीं पुलिस के ये तोंदू जवान चोरों अपराधियों के पीछे भागते-भागते चंद पल मेंं ही हांफ जाते हैं। नतीजतन इनकी आंखों के सामने कभी-कभी अपराधी भाग निकलते हैं और ये दौड़ नहीं पाते। कई दफा जेल में बंद कैदी अस्पताल या पेशी में ले जाते समय भी पुलिस सुरक्षा के बीच से भाग चुके हैं, कुछ तो आज तक पुलिस पकड़ से दूर हैं।
जल्द खुलेंगे जिम
पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रदेश के कई जिलों व बटालियन में जल्द से जल्द हाईटेक जिम खोले जाने की तैयारी है। आला अफसरों का मानना है कि पुलिस जवान इस सुविधा का लाभ उठाकर स्लिम ट्रिम बने रहेंगे और जिम में जाने से उनमें हमेशा चुस्ती फुर्ती भी बनी रहेगी।
विभागीय काम की अधिकता
पुलिस के काम की अधिकता के कारण अब विभागीय जटिलताएं बढ़ गर्इं हैं, अपराधिक घटनाओं, वीआईपी ड्यूटी, लॉ एंड आर्डर की स्थितियों से निपटने के लिए पुलिस जवान को हमेशा तैयार रहना होता है। ड्यूटी के दौरान खानपान बिगड़ने के कारण पुलिस कर्मी का स्वास्थ्य एक सामान्य व्यक्ति से पहले खराब होने की संभावना रहती है।
नहीं झेल पाते तनाव
बढ़ती उम्र के कारण पुलिस कर्मियों का शरीर ज्यादा तनाव नहीं झेल पाता। खासतौर पर 50 वर्ष की आयु के बाद कर्मचारियों पर अपने परिवार की जिम्मेदारियां भी आ जाती हैं। इधर, नौकरी के दौरान राजनीतिक हस्तक्षेप, ड्यूटी का तनाव इतना परेशान कर देता है कि वे अपनी सेहत पर ध्यान नहीं रख पाते।