गाजियाबाद- उत्तर प्रदेश की पुलिस जो कर दे वो कम है। ऐसा ही एक वाकया सामने आया है जिसमें उसने एक बार फिर अपनी किरकिरी करवाई है। इस बार कारनामे को अंजाम दिया है गाजियाबाद की पुलिस ने। नाम – राहुल गांधी, पिता – राजीव गांधी, निवास – गाज़ियाबाद और पेशा – ड्राइवर..?? तो क्या कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में रहते हैं? स्पष्ट रूप से नहीं, लेकिन स्थानीय पुलिस ने नौकर या वाहन चालक के लिए किए जाने वाले पते के सत्यापन का काम इसी रूप में पूरा किया है।
लापरवाही की हदें पार करते हुए गाजियाबाद पुलिस ने इंदिरापुरम की एचआरसी सोसायटी के एक फ्लैट के नौकर के वेरिफिकेशन फॉर्म पर राहुल गांधी के नाम और फोटो को वेरिफाई कर दिया। इसमें राहुल की फोटो लगी हुई है और एप्लीकेशन में लिखा हुआ है नौकर/ड्राइवर।
इस फॉर्म पर इंदिरापुरम थाने की शिप्रा चौकी की मुहर लगी है। फॉर्म में साफ देखा जा सकता है कि फॉर्म पर नौकर का नाम राहुल गांधी, पिता का नाम स्वर्गीय राजीव गांधी और मूल निवास मकान नंबर 12 तुगलक लेन, नई दिल्ली लिखा है। इसमें नाम के आगे पेशा में राजनीति एवं वैवाहिक स्थिति में कुंवारा लिखा हुआ है। पुलिस ने इसके बावजूद बिना किसी जांच के सत्यापित कर मुहर लगा दिया, इस पर वह सवालों के घेरे में है।
एचआरसी सोसायटी का फ्लैट संख्या 1002 लिखा है और फ्लैट मालिक का नाम अरुण कुमार शर्मा है। हालांकि अरुण शर्मा ने बताया कि उनके यहां पहले से ही एक सहायिका काम कर रही है, जिसका वेरिफिकेशन हो चुका है।
अगर अपराध किया गया है तो होगी प्राथमिकी दर्ज
पुलिस का कहना है कि यदि यह पाया गया कि अपराध किया गया है तो प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। इंदिरापुरम पुलिस थाने के निरीक्षक गोरख नाथ यादव ने कहा, प्रथम दृष्टया लगता है कि किसी ने शरारतपूर्ण कार्य किया है। फार्म का यह स्वरूप हमारे पास अभी उपलब्ध फार्म से मेल नहीं खाता।