नई दिल्ली – एक बार फिर नीतीश कुमार और पीएम नरेंद्र मोदी आमने-सामने हैं। इस बार दोनों के बीच अपनी-अपनी सरकारों को लेकर ठनी है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार नेपाल में भूकंप प्रभावित इलाके जनकपुर का दौरा करना चाहते थे लेकिन राज्य सरकार का आरोप है कि उन्हें केंद्र सरकार से अनुमति ही नहीं मिली । जेडीयू ने अब इस मामले को संसद में उठाने की बात कही है।
असल में अगर कोई सीएम दूसरे देश के दौरे पर जाता है तो प्रोटोकॉल के तहत उसे पहले केंद्र से अनुमति लेनी होती है। जनकपुर बिहार से सटा इलाका है।
हालांकि केंद्र सरकार की ओर से इस मामले पर कहा गया है कि नीतीश कमार का दौरा रद्द नहीं बल्कि टाला गया है, ताकि राहत कार्य में बाधा न पहुंचे। शुक्रवार को ही केंद्र सरकार का एक उच्चस्तरीय डेलिगेशन काठमांडू से लौटा है।
नीतीश को रविवार को ही जनकपुर जाना था। भूकंप में नेपाल के साथ-साथ बिहार भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जेडीयू के केसी त्यागी ने कहा कि वह इस मामले को संसद में उठाएंगे।
मालूम हो कि नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के बीच काफी तल्ख राजनीतिक संबंध रहे हैं। बिहार में इस साल के अंत में चुनाव होने वाले हैं और उस चुनाव में भी यह राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता फिर सामने आएगी।