चुनाव आयोग से संपत्ति का विवरण छिपाए जाने को लेकर आम आदमी पार्टी के कुमार विश्वास सहित 8 नेताओं पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। एक न्यूज चैनल के खुलासे के बाद यह बात सामने आई है कि कुमार विश्वास समेत अन्य 7 विधायकों ने चुनाव आयोग के समक्ष अपनी संपत्ति बताने के दौरान चुनाव आयोग को गुमराह किया गया है।
और अपनी संपत्ति का विवरण छुपाया।यह रिप्रेंजेटेशन अॉफ पीपुल्स एक्ट के सेक्शन 125 (A) का उल्लंघन है और इसके लिए 6 महीने की कैद, जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।जिन नेताओं पर मामला दर्ज किया गया है, उनमें असीम अहमद खान, आदर्श शास्त्री, कैलाश गहलौत, मोहम्मद यूनुस, प्रमिला टोकस, राजेश ऋषि और कुमार विश्वास शामिल हैं।
आप नेता आदर्श शास्त्री पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते हैं। वह ब्रिटेन की एक कंपनी में डायरेक्टर हैं, जिसका ब्योरा उन्होंने 2015 के चुनावी हलफनामे में नहीं दिया। जब इस बारे में जवाब मांगा गया तो शास्त्री ने कहा कि वह सिर्फ ‘मानद डायरेक्टर’ हैं। इसलिए उन्होंने इसका ब्योरा देना जरूरी नहीं समझा।
वहीं मोहम्मद यूनुस के फेडरेशन अॉफ अॉल इंडिया हज उमराह टूर अॉर्गनाइजर्स नाम की कंपनी में शेयर्स हैं, जिनका जिक्र उन्होंने एफिडेविट में नहीं किया है। कैलाश गहलौत का रोजी बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड और सुपरस्टार्स इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड में शेयर्स हैं। इस पर उन्होंने सभी सवालों को टालते हुए कहा कि उन्हें दस्तावेजों की जांच करनी होगी।देखना यह होगा कि इस मामले के बाद आप के इन नेताओं पर कार्रवाई होती है।