नई दिल्ली- वित्त मंत्री अरुण जेटली ने टैक्स ना देने वालों को एक बार फिर चेताया है, उन्होंने कहा कि सही टैक्स भरना नागरिकों की जिम्मेदारी है और जो ऐसा नहीं करते हैं वह कठोर परिणाम के लिए तैयार रहें। देश में पिछले सात दशकों से रह रहे लोग इस सोच के साथ रह रहे हैं कि सरकार को टैक्स नहीं देना अनैतिक नहीं है।
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अब देश बदल रहा है
जेटली ने कहा कि टैक्स ना देना कॉमर्शियल स्मार्टनेस के तौर पर जाना जाता है, लेकिन इसका कुछ लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि भारत अब ऐसी दिशा में बढ़ रहा है जहां खुद से टैक्स देना बढ़ने वाला है। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने यह बात 68वें आईआरएस बैच के चुने गए लोगों की ट्रेनिंग की शुरुआत के दौरान कही।
इससे पहले जेटली ने शेयर मार्केट में निवेश करने वालों की चिंता पर बोलते हुए कहा था कि सरकार उन लोगों पर कोई भी टैक्स लगाने की योजना नहीं बना रही है जो लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं। जेटली ने पीएम के उस भाषण का भी बचाव किया जिसके यह मायने निकाले गए कि सरकार लंबे समय तक शेयर में निवेश करने वालों को टैक्स देना होगा। उन्होंने कहा कि पीएम के भाषण को गलत तरीके से लिया गया।
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शेयर में निवेश करने वालों पर टैक्स नहीं
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए कहा था कि जो लोग फाइनेंस मार्केट में निवेश करके मुनाफा कमाते हैं उन्हें देश के विकास के लिए एक समुचित योगदान करना होगा। पीएम के इस भाषण पर सफाई देते हुए जेटली ने कहा कि पीएम के भाषण का गलत मतलब निकाला गया है। सरकार शेयर में निवेश करने वालों पर टैक्स का बोझ नहीं डालने जा रही है।