भोपाल: मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ताओं द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में रविवार को प्रदर्शन के बीच राजगढ़ डेप्युटी कलेक्टर के साथ धक्कामुक्की और चोटी खींचने का मामला सामने आया था। इस घटना के बाद महिला अधिकारी को धक्का देने और उनके बाल खींचने के आरोप में दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। नागरिकता कानून के समर्थन में बीजेपी द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन के बीच राजगढ़ डेप्युटी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने कार्यकर्ता पर कई थप्पड़ बरसाए थे तभी बड़ी संख्या में पार्टी वर्कर्स ने महिला अधिकारी को घेर लिया और उनकी चोटी खींच ली।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘क्या वह (डेप्युटी कलेक्टर प्रिया वर्मा) पार्टी की गुलाम हैं। पार्टी के नेताओं के इशारे पर इस तरह का काम करेंगी। वह ध्यान रखें कि वह जनता की सेवक हैं। सत्ता के मद में चूर होकर जिस तरह की घटना उन्होंने की है, उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’ यही नहीं, शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘हम डेप्युटी कलेक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे। यदि एफआईआर दर्ज नहीं होती है तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।’
Madhya Pradesh: FIR registered against two persons for hitting and pulling hair of Rajgarh Deputy Collector Priya Verma during a demonstration held by BJP workers in support of #CAA in Rajgarh yesterday. One accused arrested. https://t.co/jqGhpBcGDJ
— ANI (@ANI) January 20, 2020
CAA के समर्थन में प्रदर्शन के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं को पीटे जाने के खिलाफ खुद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने राजगढ़ की घटना को लोकतंत्र के लिए काला दिन बताते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट किए। उन्होंने पूछा कि क्या डेप्युटी कलेक्टर को बीजेपी कार्यकर्ताओं को पीटने का आदेश मिला था।
उधर, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘मध्य प्रदेश के राजगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की गुंडागर्दी सामने आ गई। महिला जिला कलेक्टर और महिला एसडीएम अधिकारियों को पीटा गया, बाल खींचे गए। महिला अधिकारियों की बहादुरी पर हमें गर्व है।’