मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह निशाने पर आ गए हैं। इस बार शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए लिखा है कि पहले तो किसानों पर गोली चलाई और अब उपवास का ड्रामा किया जा रहा है।
सामना के संपादकीय में छपे लेख के मुताबिक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री महात्मा गांधी के पदचिन्हों पर चल रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान को एक बेकार मुख्यमंत्री के तौर पर देखा गया। किसानों, महिलाओं और आम लोगों के लिए कल्याणकारी नीतियों के बावजूद किसान आंदोलन कर रहे हैं और अपनी जान गंवा रहे हैं।
शिवसेना ने कहा कि शिवराज ने कभी किसानों का कभी अपमान नहीं किया और न प्रदर्शन को समाज-विरोधी गतिविधि कर कोई राजनीति करने की कोशिश की। शिवसेना ने कहा कि जब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में आंदोलन का आह्वान किया तो बीजेपी ने अपना डबल स्टैंडर्ड दिखाया।
शिवसेना ने कहा, ‘हाल ही में बीजेपी ने केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले दिल्ली के सीएम की आलोचना की। उन्हें प्रदर्शन करने की जगह नीतियों को सुलझाने कहा गया।’
संपादकीय के मुताबिक, ‘यह शिवराज सिंह चौहान पर भी लागू होता, जो कि फास्ट पर जाकर महात्मा गांधी की विचाराधारा का अनुसरण कर रहे हैं। क्या गाधी की विचाराधारा का अनुसरण करने से हर समस्या का समाधान हो जाएगा? पहले वे बुलेट चलाते हैं,फिर फास्ट पर जाते हैं।’
उल्लेखनीय है कि कर्जमाफी और एमएसपी की मांग को लेकर मंदसौर में किसान प्रदर्शन कर रहे थे। इन प्रदर्शनकारी किसानों पर पुलिस ने गोलीबारी की थी जिसमें 5 किसानों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद किसानों का आंदोलन राज्य के दूसरे हिस्से में भी फैल गया। राज्य में शांति कायम रखने के लिए शिवराज ने 10 जून को उपवास किया था।