टोक्यो : सोमवार को तड़के जापान को 5.6 तीव्रता वाले भूकंप ने हिलाकर रख दिया। इस घटना में पांच लोग घायल हुए हैं और कई इमारतों और सड़कों को नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों की ओर से आने वाले दिनों भूकंप के तगड़े झटके आने की चेतावनी जारी की गई है। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 5.6 थी लेकिन जापान के मौसम विभाग का कहना है कि इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.1 थी।
भूकंप की वजह से पश्चिमी जापान के द्वीप होंसू में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। यह जगह हिरोशिमा से 96 किलोमीटर दूर स्थित है। जापान में लोगों से घरों में ही रहने को कहा गया है और उन्हें सिर्फ बहुत जरूरी होने पर बाहर निकलने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग के अधिकारी तोशीयूकी मात्सुमोरी ने बताया है कि जिन इलाके में तगड़ा भूकंप अनुभव किया गया है उन्हें आने वाले हफ्तों में और ज्यादा सुरक्षित किया जाएगा जाकि वह पांच से ज्यादा तीव्रता वाले झटकों को सह सकें। जापान में पांच से ज्यादा तीव्रता वाले भूकंप आने पर किसी भी चीज को पकड़े बिना चलना मुश्किल हो जाता है। मात्सुमोरी के मुताबिक आने वाले दो से तीन दिनों तक झटके आते रहेंगे और शुरुआती भूकंप के बाद इस क्षेत्र में कई झटके पहले ही महसूस किए जा चुके हैं।
इस घटना में पांच लोग घायल हैं जिसमें एक 17 वर्ष का किशोर भी है जो पलंग से नीचे गिर गया था और इसके पैर में फैक्चर हो गया है। ओदा सिटी में 100 घरों में पानी की सप्लाई बंद हो गई है। यहां पर अब सेना की मदद से पानी पहुंचाया जा रहा है। भूकंप में हालांकि पास के शिमाने न्यूक्लियर स्टेशन को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। जापान ‘रिंग ऑफ फायर’ में आता है और यहां पर दुनिया के सबसे ज्यादा भूकंप आते हैं। 11 मार्च 2011 को जापान में 9.0 की तीव्रता वाला भूकंप आया था। इस भूकंप की वजह से जापान में भयंकर सुनामी आई थी जिसमें हजारों लोगों की मौत हो गई थी।