इस्लामाबाद : सऊदी अरब के राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान, जिन्हें उनके करीबी एमबीएस के नाम से भी जानते हैं, इस हफ्ते पाकिस्तान की यात्रा पर राजधानी इस्लामाबाद पहुंचेंगे। उनके दो दिन के पाक दौरे के शुरू होने से पहले उनका निजी सामान पाकिस्तान पहुंच चुका है। आपको जानकर हैरानी होगी कि राजकुमार का निजी सामान पांच ट्रकों में भरकर इस्लामाबाद पहुंचा है। पाक के चैनल द डॉन न्यूज की ओर से सोमवार को सऊदी दूतावास में मौजूद एक सूत्र के हवाले से इस बात की जानकारी दी गई है। राजकुमार किस तारीख को पाकिस्तान पहुंचेंगे इस को लेकर अभी एक तय तारीख के बारे में कोई ऐलान नहीं हुआ है लेकिन माना जा रहा है कि वह 16 फरवरी को पाकिस्तान पहुंच सकते हैं।
माना जा रहा है कि सऊदी राजकुमार प्राइम मिनिस्टर हाउस में ही रुकेंगे लेकिन इसके बाद भी इस्लामाबाद के दो टॉप होटल्स पूरी तरह से बुक हो चुके हैं। इन होटल्स में राजकुमार के स्टाफ के मेंबर्स रुकेंगे। वहीं दो और होटल्स को आशिंक तौर पर बुक कराया गया है। पांच ट्रकों में जो सामान पाकिस्तान पहुंचा है उसमें राजकुमार के एक्सरसाइज करने के उपकरण, फर्नीचर और उनकी निजी जरूरत की कुछ चीजें हैं। वहीं उनकी सिक्योरिटी टीम के अलावा सऊदी मीडिया के कुछ लोग भी इस्लामाबाद पहुंच चुके हैं।
प्रिंस मोहम्मद पहली बार पाकिस्तान के दौरे पर जा रहे हैं। उन्हें प्रधानमंत्री इमरान खान ने आमंत्रित किया था और इसके बाद उन्होंने इस देश का दौरा करने का फैसला किया। दोनों देशों के अधिकारियों की ओर से न्यूज एजेंसी एएफपी को इस बात की पुष्टि की जा चुकी है कि राजकुमार के पाक दौरे पर कई सौदों पर मोहर लगने की उम्मीद है। पाकिस्तान और सऊदी अरब दोनों ही कई दशकों से साझीदार हैं। पिछले कई माह से दोनों देशों के बीच कई अहम डील्स को लेकर लगातार बातचीत जारी है और माना जा रहा है कि इस हाइ प्रोफाइल दौरे पर इन सभी डील्स को मंजूरी मिल सकती हैं।
पाकिस्तान के बाद राजकुमार भारत आएंगे और पाक की ही तरह वह पहली बार भारत पहुंचेंगे। राजकुमार के भारत-पाक दौरे पर दुनिया भर की नजरें टिकी हैं। उनका यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब वह जर्नलिस्ट जमाल खाशोगी की हत्या के आरोपों में वह बुरी तरह से घिरे हैं। सबसे बड़ा तेल निर्यातक सऊदी अरब भारत का प्रमुख ऊर्जा सुरक्षा साझेदार है। सऊदी अरब के प्रतिद्वंद्वी ईरान पर उसके परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका के प्रतिबंध लगाने के बाद नई दिल्ली के लिए ऊर्जा सुरक्षा का संकट पैदा हो गया है। माना जा रहा है कि उनके इस भारत दौरे पर ऊर्जा सुरक्षा और निवेश पर चर्चा हो सकती हैं।
सूत्रों की मानें तो सऊदी अरब ने पाकिस्तान के लिए कई बिलियन डॉलर का पैकेज तय किया है। अगर पाकिस्तान को यह मिल जाता है तो उसका आर्थिक संकट काफी हद तक दूर हो सकता है। जो निवेश सऊदी अरब की ओर से पाक के लिए किया जा सकता है उसमें 10 बिलियन डॉलर का निवेश सबसे अहम माना जा रहा है। यह निवेश अरब सागर पर स्थित ग्वादर बंदरगाह में मौजूद रिफाइनरी और ऑयल कॉम्प्लेक्स के लिए होगा। यह बंदरगाह पाकिस्तान और चीन के बीच बिलियन डॉलर के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट सीपीईसी का एक अहम हिस्सा हैं।