नई दिल्ली – मुंबई बम धमाके के गुनाहगार याकूब मेमन को फांसी की सजा सुनाने वाले जज को धमकी मिली है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस दीपक मिश्र को अज्ञात व्यत्ति ने धमकी भरा खत भेजा है, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जस्टिस मिश्र के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जस्टिस मिश्र के नेतृत्व में सु्प्रीम कोर्ट की तीन जजों की पीठ याकूब मेमन की फांसी की सजा बरकरार रखी थी।
उल्लेखनीय है कि टाडा कोर्ट ने 2006 में 1993 में मुंबई हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में याकूब मेमन समेत 11 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई थी। सुप्रीम कोर्ट में चली लंबी सुनवाई के बाद तीन जजों की पीठ ने 2013 में याकूब मेमन कर सजा बरकरार रखी थी, जबकि बाकी दोषियों की फांसी की सजा को बदल दिया गया।
सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की पीठ में जस्टिस दीपक मिश्र, अमिताव रॉय और प्रफुल्लचंद पंत शामिल थे। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही इन जजों की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।
इन जजों के आवासों पर पुलिस वालों की संख्या बढ़ा दी गई, पुलिस की गाड़ियों की पेट्रोलिंग के फेरे भी बढ़ा दिए गए। सुप्रीम कोर्ट ने उस समय अपने फैसले में कहा था कि मुंबई में हुए बम धमाकों में, जिसमें 257 लोगों की मौत हो गई, मेमन ही प्रेरक तत्व है।
सुप्रीम कोर्ट ने उसके बाद अन्य 10 दोषियों को फांसी की सजा को उम्र कैद में बदल दिया था। याकूब मेमन को 30 जुलाई को नागपुर सेंट्रल जेल में फांसी पर लटका दिया गया था।