नई दिल्ली – रेल बजट 2015, जिसका इंतजार जनता को बेसब्री से था। उसके पेश होने से पहले संसद में जमकर हंगामा देखने को मिला। आलम ये हो गया कि लगा रेल बजट पेश कैसे होगा।
संसद में हंगामे के पीछे विपक्ष का तेवर अहम वजह था। जो संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू के एक बयान से खासा नाराज था। इस मुद्दे को लेकर पूरे विपक्ष ने एक बैठक की। जिसमें एक सुर से वेंकैया नायडू से इस मुद्दे पर माफी मांगने की मांग की उठी।
खुद कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने वेंकैया नायडू से उनके बयान के लिए माफी की मांग की। विपक्ष के तेवरों से ऐसा लगा जैसे विपक्ष रेल बजट पेश नहीं होने देगा। हालांकि मामला 12 बजे से पहले सुलझ गया और फिर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेल बजट पेश किया।
वेंकैया नायडू ने मंगलवार लोकसभा में अपनी बात रखते समय विपक्षी पार्टियों पर विवादित टिप्पणी कर दी। उन्होंने खास तौर से कांग्रेस को लेकर कुछ ऐसी टिप्पणी की थी जिसको लेकर विपक्ष का गुस्सा बढ़ गया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से माफी की मांग की।
इधर, हंगामा बढ़ने पर वेंकैया नायडू सामने आए। उन्होंने मामले में माफी तो नहीं मांगी हालांकि सफाई जरूर पेश की। लेकिन विपक्ष उनसे माफी के नीचे मानने को तैयार नहीं था।
विपक्ष की नाराजगी और सदन में हंगामे के चलते लोकसभा पहले 11.45 बजे तक स्थगित कर दी गई। विपक्ष के तेवर को देखते हुए आखिरकार एक बार फिर से वेंकैया नायडू को सामने आना पड़ा।
उन्होंने पूरे विवाद को लेकर खेद जताया। साथ ही ये भी कहा कि उनका मकसद किसी पार्टी या व्यक्ति को ठेस पहुंचाना नहीं था। संसदीय कार्यमंत्री की सफाई के बाद विपक्ष शांत हुआ। इसके बाद सदन की कार्रवाई सुचारू ढंग से चल सकी।