नई दिल्ली- विदेेश मंत्री सुषमा स्वराज आगामी 8 दिसंबर को पाकिस्तान जाएंगी, जहां वे हार्ट ऑफ एशिया सेक्युरिटी कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगी। उनके साथ विदेश सचिव एस. जयशंकर भी होंगे। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की रूस के उफा में हुई मुलाकात के बाद यह पहली बार है जब किसी बड़े स्तर पर भारत-पाकिस्तान के नेता मिल रहे हैं।
सुषमा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ ही वहां के सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज से भी मुलाकात कर सकती हैं। सुषमा कॉन्फ्रेंस के अगले दिन शाम को ही भारत लौट आएंगे। आधिकारिक जानकरी के मुताबिक, अफगानिस्तान पर क्षेत्रीय सहयोग को लेकर चर्चा के लिए पाकिस्तान इस सम्मेलन की सह-मेजबानी कर रहा है। इस बैठक में लगभग 27 देशों के प्रतिनिधियों के भाग लेने का अनुमान है।
मोदी और शरीफ ने पेरिस में चर्चा के लिए बैठने से पहले गर्मजोशी से हाथ मिलाया था जिसे भारतीय पक्ष ने सामान्य दुआ सलाम बताया था, वहीं पाकिस्तान ने इसे एक अच्छी बैठक बताया था।
सुषमा की संभावित यात्रा से दोनों देशों के बीच रिश्तों में बना गतिरोध टूटने की उम्मीद की जा रही है। गौरतलब है कि अगस्त में दोनों देशों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता स्थगित हो गई थी जिसके लिए दोनों देशों ने एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया था।