पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली को सांस लेने में तकलीफ के चलते दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया है।
गृहमंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन उनसे मिलने के लिए अस्पताल में पहुंचे हैं।
अरुण जेटली का ट्रीटमेंट एंडोक्रिनोलोजिस्ट, नेफ्रोलॉजिस्ट और कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टरों की देखरेख में चल रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अरुण जेटली शुक्रवार की सुबह 11 बजे रूटीन चेकअप के लिए गए थे।
बता दें कि पिछले काफी समय से अरुण जेटली अस्वस्थ चल रहे हैं और इसी वजह से उन्होंने मोदी सरकार की दूसरी कैबिनेट में शामिल होने से इनकार कर दिया था। इसको लेकर अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी।
अरुण जेटली ने उस चिट्ठी को ट्विटर पर भी शेयर किया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि ‘पिछले 18 महीने से मैं बीमार हूं। मेरी तबीयत खराब है, इसलिए मुझे मंत्री न बनाने पर विचार करें।’
जेटली ने चिट्ठी में लिखा था कि आपकी (पीएम मोदी) अगुवाई में 5 साल काम करने का अनुभव बहुत ही अच्छा रहा। इससे पहले भी एनडीए सरकार में मुझे जिम्मेदारियां दी गईं।
सरकार के अलावा संगठन और विपक्ष के नेता के रूप में मुझे अहम जिम्मेदारियों से नवाजा गया। अब मुझे कुछ नहीं चाहिए।
अरुण जेटली ने पीएम मोदी को लिखा था ‘मैं आपसे औपचारिक रूप से अनुरोध करने के लिए लिख रहा हूं कि मुझे अपने इलाज और स्वास्थ्य के लिए उचित समय चाहिए और इसलिए मैं नई सरकार में किसी भी जिम्मेदारी का हिस्सा नहीं बनना चाहता हूं। इसके बाद निश्चित तौर पर मेरे पास काफी समय होगा, जिसमें मैं अनौपचारिक रूप से सरकार या पार्टी में कोई भी सहयोग कर सकता हूं।’