नई दिल्लीः पत्रकार संजय बारू की फिल्म एक्सिडेंटल प्राइमिनिस्टर के ट्रेलर आने बाद से शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस फिल्म को लेकर लगातार बयानबाजी जारी है। अब पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने कहा कि मनमोहन सिंह नहीं बल्कि मैं था एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ दस महीने तक ही देश के प्रधानमंत्री रहे। जबकि डॉक्टर मनमोहन सिंह ने दस साल तक शासन किया है। उन्होंने कहा कि आप कैसे कह सकते हैं वह एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर थे।
बता दें कि 1996 के आम चुनाव में किसी दल को बहुमत नहीं मिला था, तब गैर कांग्रेसी और गैर भाजपा मोर्चा ने सरकार बनाई थी जिसने देवेगौड़ा को पीएम पद के लिए चुना गया था। जब देवेगौड़ा का प्रधानमंत्री बनाए जाने की घोषणा की गई तब वह खुद भी इसपर विश्वास नहीं कर पाए थे। देवेगौड़ा 10 महीने के लिए प्रधानमंत्री रहे थे। इस बीच भाजपा ने देवगौड़ा के बेटे कुमारस्वामी को एक्सीडेंटल सीएम करार दिया है।
अनुपम खेर का कहना है ‘फिल्म के रिलीज होने से पहले किसी के पास अधिकार नहीं कि कोई उसे देखे। बता दूं कि यह फिल्म पूरी तरह the accidental prime minister किताब पर आधारित है। फिल्म की टीम ने अधिकार लेकर इस पर काम किया तो फिर बातें बनाने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है। क्यों किसी के लिए इसकी स्पेशल स्क्रीनिंग की जाए। क्योंकि केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड फिल्म को देख चुकी है और अब रिलीज से पहले किसी को देखने का हक नहीं, फिर भी मैं कहता हूं कि अगर डॉ. मनमोहन सिंह जी फिल्म को रिलीज होने से पहले देखना चाहेंगे तो हम सिर्फ उनके लिए ही इस बात पर तैयार हो सकते हैं।’