फरीदाबाद – फरीदाबाद की पुलिस ने एक के बाद एक कई हत्याओं के आरोपी रिक्शा चालक रिंकू को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, रिक्शा चालक हर बार नए गमछे से सवारी का गला घोंटने के बाद, सारा कैश व सामान निकाल लेता था। उसको लूट में कभी बड़ी रकम नहीं मिली। कभी 500 तो कभी 700 रुपये या फिर मोबाइल फोन।
डीसीपी क्राइम सुमित कुमार ने बताया कि 27 साल के आरोपी रिक्शा चालक रिंकू के खिलाफ दिल्ली के मानसरोवर, नंद नगरी व शकरपुर इलाके में अपने साथियों की मदद से तीन लोगों की हत्या करने के मामले दर्ज हैं। दिल्ली पुलिस ने उसे और उसके साथियों को अरेस्ट भी किया था, लेकिन जुलाई 2014 में वह जेल से छूटा। तीन महीने पहले वह फरीदाबाद में रिक्शा चलाने लगा। फरीदाबाद में भी वह तीन महीने में पांच हत्याओं का आरोपी है।
क्राइम ब्रांच डी एल एफ एवं बदरपुर बॉर्डर पुलिस टीम आखिरकार सीरियल किलर रिक्शा चालक रिंकू को गिरफ्तार कर लिया। रिंकू ने फरीदाबाद में तीन महीने में 5 लोगों की हत्या किया जाना कबूल किया है। पुलिस को इसे गिरफ्तार करने में करीब 1 महीने का समय लगा।
सिटी में पुलिस को एक के बाद एक सुनसान एरिया में झाड़ियों से शव मिल रहे थे। हर बार शव के गले से पुलिस को एक गमछा भी मिल रहा था। शुरुआती जांच मे पुलिस को लग गया था कि इन वारदात के पीछे एक ही गैंग है। जांच के दौरान पुलिस ने पहले यूपी के लोनी के ऑटो ड्राइवरों के एक गैंग पर शक जताया। इस सिलसिले में पुलिस ने 100 से अधिक ऑटो ड्राइवरों से पूछताछ भी की थी।
हालांकि बाद में रिंकू के खूनी गमछे से बच निकले लोगों से जानकारी मिलने के बाद पुलिस को पता लगा कि हत्याओं को रिक्शा चालक अंजाम दे रहा है। पुलिस रिंकू की तलाश में करीब एक माह से ओल्ड फरीदाबाद चौक, बड़खल चौक व फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पर डेरा डाले हुए थी। सिटी में पुलिस को अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक एनआईटी, एसजीएम नगर व ओल्ड फरीदाबाद एरिया से पांच लोगों के शव बरामद हुए थे।
पुलिस कमिश्नर सुभाष यादव ने क्राइम ब्रांच डीएलएफ, बदरपुर बॉर्डर की टीम में शामिल कुछ पुलिसकर्मियों को लेकर एसआईटी का गठन किया। एसआईटी ने आरोपी रिक्शा चालक रिंकू के खूनी गमछे से बच निकलने में कामयाब रहे रवि, तजेंद्र व दिल्ली के राकेश से पूछताछ की, तब पुलिस को सुराग लग सका। शुक्रवार को पुलिस रिंकू तक पहुंच सकी और उसको दबोच लिया। आरोपी रात को लूटपाट करने के लिए अकेली सवारी को चुनता था।
वह सवारी को कई बार शराब का इंतजाम करने के झांसे में ले लेता था। 5 अक्टूबर को रिंकू कैब ड्राइवर राममूर्ति को ओल्ड फरीदाबाद में मिला था। नशा कराने की बात कहकर उसे वह अपने साथ ले गया था और उसकी जाइलो गाड़ी वहीं छूट गई थी। राममूर्ति की हत्या करने के बाद शव को भूजल कार्यालय के पास फेंक दिया गया था। बताया गया कि आरोपी यूरिन करने के बहाने सुनसान जगह पर रिक्शा रोक देता था और फिर पीछे से आकर सवारी के गले में गमछा डाल कर उसे मार डालता और फिर उसका सामान व कैश लूट लेता था।
रिंकू के दो साथियों की तलाश में पुलिस जुट गई है। पुलिस को उम्मीद है कि रिंकू के साथियों श्यामु व बहरू के हाथ लगने पर पुलिस को और सफलता हाथ लग सका है। पुलिस आरोपी को शनिवार में कोर्ट में पेश कर अन्य वारदातों के संबंध में पूछताछ करने के लिए रिमांड पर लेने का प्रयास करेगी। पुलिस ने आरोपी की बहन के घर की भी तलाशी ली। फरीदाबाद में 5 लोगों की हत्या करने व दिल्ली में 3 लोगों की हत्या करने के आरोपी सीरियल किलर रिंकू के पकड़े जाने पर पुलिस भी हैरान है।
पुलिस को जांच में पता लगा कि आरोपी रकम लूटने के लिए वारदातों को अंजाम देता था। वारदातों को अंजाम देने के दौरान आरोपी को कभी 500, 700 व इससे अधिक रकम मिली थी। आरोपी द्वारा मोबाइल फोन भी लूटे जाने की बात सामने आई है। हालांकि आरोपी मोबाइल यूज नहीं करता था। इसके अलावा आरोपी का खुद का रिक्शा था, जबकि पुलिस ने इसका पता लगाने के लिए किराए पर रिक्शा देने वालों से पूछताछ की थी। पुलिस की मानें तो आरोपी पर अपने दो साथियों श्यामु व बहरू के साथ मिलकर दिल्ली के अलग अलग एरिया में तीन लोगों की हत्या करने का आरोप है। डीसीपी सुमित कुमार ने बताया कि रिंकू के साथियों व जानकारों से भी पूछताछ की जाएगी।
शातिर सीरियल किलर आरोपी बंदायू यूपी निवासी रिक्शा चालक रिंकू रुटीन में रिक्शा चलाता था। वारदात के वक्त उसका पूरा प्रयास रहता था कि उसके हाथों से कोई बच न पाए। उससे जो बचकर निकले वह उनको मरा जान कर छोड़ गया था। आरोपी लगातार वारदातों को अंजाम नहीं देता था, वह कुछ दिनों के अंतराल पर अलग अलग एरिया में लोगों को शिकार बनाता था। डीसीपी सुमित कुमार ने बताया कि रिंकू ने पूछताछ के दौरान 5 अक्टूबर को पहली वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है।
राम मूर्ति को रिंकू नशे का इंतजाम करने का बहाना कर अपने साथ ले गया था। कुछ दिनों बाद तक वही रूटीन में रिक्शा चलाता रहा। इसके बाद उसने 18 अक्टूबर को दिल्ली के अशोक नगर निवासी सय्यद तारिक की हत्या कर दी गई। सय्यद तारिक का शव बड़खल पुल के पास से मिला था। इसके बाद पुलिस ने 4 नवंबर को ओल्ड फरीदाबाद में डीपीएस स्कूल के पास ग्रीन बेल्ट से युवक का शव बरामद किया। पुलिस को मृतक के गले से गमछा मिला था। 5 नवंबर को रेलवे रोड पर बांके बिहारी मंदिर के पास पुलिस ने फतेहाबाद के रहने वाले सतीश का शव बरामद किया था।