उज्जैन – लोक निर्माण विभाग के मंत्री सरताजसिंह लिंक रोड के भूमिपूजन समारोह में धर्म को लेकर खुलकर बोले। उन्होंने कहा- धर्म का अर्थ गलत लगाया जाता है। पहले पाठ्यक्रम में ग-गणेश का बताया जाता था। धर्म के दृष्टिकोण से इस पर आपत्ति ली गई और ग-गधे का पढ़ाया जाना मंजूर किया। इस तरह गणेशजी सांप्रदायिक हो गए और गधा असांप्रदायिक। उन्होंने कहा- अयोध्या में राम मंदिर बनकर रहेगा, चाहे हमें
क्यों न कहें।
बड़नगर रोड स्थित खेमासा गांव से बनने वाले लिंक रोड के भूमिपूजन समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री सिंह ने कहा जहां धर्म का अर्थ है कर्तव्य। अच्छे गुणों को धारण करने का अर्थ धर्म से है। इसलिए जहां धर्म और देशभक्ति होगी वहां विकास होगा ही। अयोध्या में राम मंदिर आस्था का केंद्र है तो उसे वहां बनना चाहिए।
हर धर्म की अपनी विशेषता है। उन्होंने कहा नीति, नेता और नीयत ठीक हो तो विकास होने से कोई नहीं रोक सकता। समारोह में सांसद प्रो. चिंतामणि मालवीय, विधायक डॉ. मोहन यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम बंसल और विभाग के अधिकारी मौजूद थे। वे सुबह करीब 10.15 बजे सर्किट हाउस पहुंचे और यहां से खेमासा पहुंचे। खेमासा में करीब 10 करोड़ की लागत से बनने वाले लिंक मार्ग का भूमिपूजन किया।
इंदौर-उज्जैन संभाग के विभिन्न् गांवों को जोड़ने वाले 9.4 किमी लंबे लिंक रोड के निर्माण की डेडलाइन 6 माह रखी गई है। इसे 10.42 करोड़ लागत से बनाया जाएगा। यह मार्ग खेमासा, कंडारिया, पारदीखेड़ा व गिरोता को देपालपुर, गौतमपुरा मुख्य मार्ग से जोड़ेगा। विधायक डॉ. यादव ने कहा खेमासा में गंभीर नदी पर पुल तो बना मगर सड़क नहीं होने से जनता को पुल का पूरा लाभ नहीं मिल पाया। इसके बनने के बाद इंदौर, धार और झाबुआ जिले में पहुंच सुगमता से होगी।