हरियाणा : राष्ट्रपति से सम्मानित छात्रा को अगवा करके छुट्टी पर आए फौजी ने दोस्तों के साथ मिलकर उसके साथ गैंगरेप किया।
पीड़िता रेवाड़ी के नाहड़ की रहने वाली हैं, वहीं वारदात कनीना में अंजाम दी गई। छात्रा के पिता की शिकायत पर महिला थाना पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर मामला कनीना थाने भेज दिया है।
कनीना पुलिस ने एफआईआर के आधार पर जांच शुरू कर दी है। कोसली थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने महिला थाना पुलिस को बताया कि उसकी बेटी रेलवे परीक्षा की कोचिंग लेने महेंद्रगढ़ जिले के कनीना कस्बे जाती है।
बुधवार को वह जब कनीना स्टैंड पर बस से उतरी तो गांव के तीन युवकों ने जबरदस्ती उसे बाइक पर बैठा लिया।
तीनों उसे पास के खेतों में ले गए और नशीला पदार्थ देकर उसकी बेटी से सामूहिक दुष्कर्म किया। तीनों आरोपियों में एक फौजी भी है, जो छुट्टी पर आया हुआ है।
वारदात के बाद उसे बस स्टैंड पर छोड़कर भाग गए। पीड़ित छात्रा ने घर पहुंचकर परिजनों को आपबीती बताई। परिजनों ने महिला थाना पुलिस को शिकायत दी।
महिला थाना पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर मामला कनीना थाना ट्रांसफर कर दिया है। मामले के संबंध में कनीना थाना प्रभारी अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि जीरो एफआईआर के आधार पर जांच शुरू कर दी है। जल्द ही मामले का पटाक्षेप किया जाएगा।
2016 में राष्ट्रपति ने किया था सम्मानित
बता दें कि 26 जनवरी 2016 को छात्रा को राष्ट्रपति ने पढ़ाई में अच्छे नंबर लाने के लिए सम्मानित किया था। इस मामले में परिजनों के बयान सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं।
दी गई शिकायत के मुताबिक, पंकज, मनीष और नीसु नाम के तीन युवकों ने छात्रा को नशीला पानी पिलाया और बेहोश किया। इसके बाद तीनों युवक छात्रा को अगवाकर महेन्द्रगढ़ जिले की सीमा से दूर झज्जर जिले की सीमा के खेतों में बने एक कुएं पर ले गए, जहां और भी लोग मौजूद थे और नशे की हालत में सभी ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया और वापस शाम करीब 4 बजे वही कनीना बस अड्डे पर बेसुध हालत में फेंककर वहां से रफू चक्कर हो गए।
अब इंसाफ के दर-दर भटक रहे परिजन
छात्रा रेवाड़ी जिले की ही रहने वाली है, इसलिए उसके परिजनों ने इस मामले की जानकारी वही के थाने में दर्ज कराई। रेवाड़ी की महिला पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज करके उसे कनीना (महेंद्रगढ़) थाने भेज दिया।
कनीना थाने से भी पीड़ित परिजनों को यह कहकर वापस लौटा दिया की यह मामला उनकी सीमा क्षेत्र से बाहर का है। पीड़ित परिवार का कहना है कि बेटी के लिए वह जगह-जगह न्याय की भीख मांग रहा है, लेकिन पुलिस और प्रशासन में इसकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है।