मुजफ्फरनगर दंगों को 4 साल होने वाले हैं लेकिन अपराधों की कड़ी दंगा पीड़ितों का पीछा नहीं छोड़ रही है। दरअसल यूपी के सहारनपुर में एक युवती के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है. पीड़ित युवती मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ित थी। पुलिस केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है।
यूपी में कानून व्यवस्था बेहद लचर हालत में है। सहारनपुर में हुई जातीय हिंसा, गोरक्षा के नाम पर सूबे में हो रही गुंडागर्दी, बलात्कार, सरेआम हो रही हत्याएं इसकी एक बानगी भर है। पुलिस प्रशासन हालातों पर काबू पाने के लिए तत्पर है लेकिन परिस्थितियां है कि सामान्य होने का नाम नहीं ले रही हैं।
साल 2013 में हुआ था मुजफ्फरनगर दंगा
मीठे गन्ने उगाने वाला मुजफ्फरनगर साल 2013 में दंगों की आग में झुलस चुका है। एक बार फिर मुजफ्फरनगर चर्चा में है। दंगों की आग को छूकर निकली एक युवती अपनी मां के साथ सहारनपुर के पास देवबंद स्थित एक गांव में आकर रहने लगी। वह दंगों की खौफनाक तस्वीरें भुलाने की कोशिश कर ही रही थी कि एक बार फिर वह हैवानों का शिकार हो गई।
जंगल ले जाकर किया गैंगरेप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार शाम एक युवक जबरन युवती को जंगल ले गया। वहां उसके तीन साथी और आ गए। चारों ने युवती के साथ गैंगरेप किया. वारदात को अंजाम देने के बाद मुंह खोलने पर उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देकर आरोपी वहां से फरार हो गए।
पीड़ित युवती ने दिखाई हिम्मत
पीड़ित युवती ने हिम्मत दिखाई और पुलिस में शिकायत की. सीओ सिद्धार्थ सिंह ने कहा, पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की कई धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। सभी आरोपी अभी फरार चल रहे हैं. पुलिस की कई टीम उनकी तलाश कर रही है।
लड़की के साथ की गई छेड़छाड़
अभी दो दिन पहले मुजफ्फरनगर के लड़वा गांव में एक लड़की से छेड़छाड़ को लेकर दो समुदाय आमने-सामने आ गए थे। दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट और पथराव हुआ। मिली जानकारी के अनुसार, गांव की एक लड़की घर के पास स्थित सरकारी नल पर पानी भरने गई थी। इसी दौरान दूसरे समुदाय के लड़कों ने उससे छेड़छाड़ की थी। फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।