खंडवा – इंदौर – खंडवा के बीच मीटरगेज रेल लाइन को ब्राडगेज में बदलने के काम को रेल मंत्री ने प्रधानमंत्री अनुशंसा पर इसे पायलट प्रोजेक्ट में शामिल किया है , जिसके चलते इसका काम सर्वोच्च प्राथमिकता के आशार पर होगा , सर्वे का काम आरम्भ हो चुका है , भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही शीघ्र आरम्भ की जायेगी , यह जानकारी खंडवा सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने दी।
रेल मंत्रालय द्वारा खंडवा -इंदौर मीटर गेज का ब्राडगेज कन्वर्शन कार्य को पायलट प्रोजेक्ट में शामिल किये जाने से तेजी से गेज कन्वर्शन होगा । जिससे पिछड़े हुए निमाड़ अंचल में विकास को गति मिल सकेगी। अजमेर से हैदराबाद को जोड़ने वाली 1470 किलोमीटर लम्बी मीटरगेज रेलवे लाइन का ब्राडगेजकन्वर्शन वर्ष 1993 में शुरू किया गया था। जिसमे इंदौर से खंडवा और खंडवा से अकोला तक कुल ब्राडगेज कन्वर्शन का कार्य 350 किलोमीटर का बाकी है । जिसमे से इंदौर से महू तक मीटरगेज का ब्राडगेज कन्वर्शन का कार्य आरम्भ हो चुका है। अब -खंडवा से महू तक की मीटर गेज रेल लाइन को ब्राडगेज में बदले जाने का कार्य खंडवा में चुका है।
मीटरगेज ट्रेन से इंदौर-खंडवा के बीच मात्र 130 किलोमीटर की दुरी तय करने में लगभग पांच से छह घंटे का समय लगता है। आगामी सिंहस्थ को देखते हुए यह दावा किया जा रहा है की इंदौर-खंडवा के बीच छोटी लाइन को बड़ी लाइन में बदलने का काम सिंहस्थ-2016 से पहले पूरा कर दिया जाएगा।
फैक्ट फ़ाइल –
1 -अजमेर से हैदराबाद को जोड़ने वाली 1470 किलोमीटर लम्बी मीटरगेज रेलवे लाइन का ब्राडगेज कन्वर्शन कार्य वर्ष 1993 में शुरू किया गया .2 – अजमेर से रतलाम तक मीटरगेज का ब्राडगेज कन्वर्शन कार्य वर्ष 2004 में पूर्ण।
3- रतलाम से फतेहाबाद 80 किलोमीटर . फतेहाबाद से इंदौर 40 किलोमीटर तक मीटरगेज का ब्राडगेज कन्वर्शन भी हाल ही में पूर्ण हो चुका है।
4 – अकोला से हैदराबाद तक गेज कन्वर्शन का कार्य बर्ष 2007 में पूर्ण।
5 -अब सिर्फ इंदौर से खंडवा और खंडवा से अकोला तक कुल ब्राडगेज कन्वर्शन का कार्य 350 किलोमीटर बाकी। जिसमे से इंदौर से महू तक मीटरगेज का ब्राडगेज कन्वर्शन मार्च 2015 तक किया जाना प्रस्तावित।
क्या है रेलवे का प्लान –
खंडवा से महू के बीच गेज कन्वर्जन के लिए रेलवे ने खाका तैयार कर लिया है। पहले चरण में खंडवा से सनावद के बीच ब्रॉडगेज का काम होगा। इसके लिए भूमि अधिग्रहण का सर्वे शुरू हो गया है। इसके बाद महू से सनावद को जोड़ा जाएगा। महू से बड़वाह के बीच डायवर्टेड रूट पर 11 किलोमीटर की सुरंग तैयार होगी जो रेलवे ट्रैक पर संभवतः देश की सबसे बड़ी सुरंग होगी।
गेज कन्वर्जन के लिए बजट में 200 करोड़ की राशि स्वीकृति होने के साथ ही पुल व पुलियाओं के निर्माण के लिए 200 करोड़ रुपए की अतिरिक्त स्वीकृति मिली है। खंडवा से सनावद के बीच नए ब्रॉड गेज ट्रैक पर 155 छोटे व 11 बड़े पुल बनेंगे। इसके साथ ही 2 रेलवे ब्रिज का भी निर्माण होगा। शहरी क्षेत्र में तीन पुलिया के पास और लाल चौकी क्षेत्र में मौजूद रेलवे फाटक समाप्त कर रेलवे ओवरब्रिज बनाने की तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही महू से सनावद के बीच 11 किलोमीटर की सुरंग से ट्रेन गुजरेगी। महू से सनावद के बीच घाट सेक्शन होने और पातालपानी-कालाकुंड स्टेशन को हटाकर डायवर्टेड रूट बनने के कारण यहां गेज कन्वर्जन का काम बाद में शुरू होगा।
खंडवा-सनावद के बीच गेज कन्वर्जन के लिए मीटरगेज लाइन के सेंट्रल पाइंट से एक ओर 13 मीटर व दूसरी ओर 10 मीटर जमीन का सीमांकन किया जा रहा है। जिन क्षेत्रों में शासकीय भूमि उपलब्ध नहीं होगी वहां कृषि व वन भूमि के अधिग्रहण की कार्यवाही मई में शुरू होगी। अजंटी व ओंकारेश्वर रोड स्टेशन के विस्तार के लिए भी जमीन अधिगृहित की जाएगी।
गेज कन्वर्जन में खंडवा से सनावद का कार्य पहले किया जाएगा। इसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही रेलवे बोर्ड द्वारा फंड की स्वीकृति भी मिल गई है। महू से सनावद का गेज कन्वर्जन दूसरे चरण में होगा। यहां डायवर्टेड रूट पर 11 किलोमीटर की सुरंग बनेगी।
रिपोर्ट :-अनंत माहेश्वरी