नई दिल्लीः भारतीय वायुसेना ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन की पुष्टि कर दी है। हादसे में उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हुई है। आज तमिलनाडु के कुन्नूर में उनका हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुआ था। इसमें जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुिलका सहित कुल 14 लोग सवार थे।
वायुसेना ने की पुष्टि
वायुसेना ने ट्वीट कर कहा कि हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 सैन्यकर्मियों की मौत हो गई है।
Gen Bipin Rawat, Chief of Defence Staff (CDS) was on a visit to Defence Services Staff College, Wellington (Nilgiri Hills) to address the faculty and student officers of the Staff Course today.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) December 8, 2021
राजनाथ ने जताया दुख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सीडीएस रावत के निधन पर शोक जताया। उन्होंने ट्वीट किया, तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस रावत और उनकी पत्नी व 11 अन्य अधिकारियों के निधन से बेहद दुखी हूं। उनका असमय निधन देश के लिए एक अपूरणनीय क्षति है।
My heart goes out to the families of those who lost their loved ones in this accident. Praying for the speedy recovery of Gp Capt Varun Singh, who is currently under treatment at the Military Hospital, Wellington.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 8, 2021
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का चल रहा इलाज
इस हादसे में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे हैं। उन्हें वेलिंगटन सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हेलीकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे। विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान Mi-17V5 के पायलट थे जो CDS जनरल बिपिन रावत सहित 14 कर्मियों के साथ दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। वह 109 हेलीकॉप्टर यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर थे।
सुलुर वायुसेना स्टेशन से भरी थी उड़ान
जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा भारतीय वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया Le। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यह हादसा कोहरे और खराब मौसम की वजह से वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। हादसे के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दिए गए हैं। हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी।
सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टरों में से एक
भारतीय सेना का Mi-17V5 सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टरों में से एक है। किसी भी वीवीआईपी दौरे में इसी विमान का उपयोग किया जाता है। यह डबल इंजन का हेलीकॉप्टर है, जिससे एक इंजन में खराबी आने पर दूसरे इंजन के सहारे सुरक्षित लैंडिंग कराई जा सके। इस हेलीकॉप्टर की तुलना चिनूक हेलीकॉप्टर से की जाती है।