बिहार में बाढ़ के चलते उत्पन्न भयावह स्थिति को लेकर भाजपा और जदयू के बीच सियासी बयानबाजी जारी है। बिहार बाढ़ पर शुक्रवार को जब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से सवाल पूछा गया कि क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस बाढ़ की जिम्मेदारी लेनी चाहिए? क्योंकि वह 15 साल से सत्ता में हैं तब उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि निश्चित तौर पर ताली सरदार को तो गाली भी सरदार को ही मिलती है। यही दुनिया की रीत है।
केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह से जब बिहार में बाढ़ के हालात को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जवाबदेही पर सावल किया गया तो वे बोले कि- ‘नीतीश कुमार 15 साल से राज्य में सत्ता पर काबिज हैं। निश्चित तौर पर ताली सरदार को तो गाली भी सरदार को, ये दुनिया की रीत है।’
बता दें बिहार के हालातों को लेकर तैयारियों में कमी के लिए नीतीश सरकार की लगातार आलोचना हो रही है। इससे पहले भी गिरीराज नीतीश पर हमालवर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि ‘राहत व्यवस्था कागजों में सिमटी हुई है। प्रशासन के लिए बाढ़ उत्सव के समान है। विभागीय प्रावधान की आड़ में मानवीय संवेदना के साथ मजाक किया जा रहा है।’
बता दें कि 27 से 30 सितंबर के बीच हुई मूसलाधार बारिश ने राज्य की राजधानी सहित प्रदेश के 15 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है। हर जिले की स्थिति बद से बदतर हो गई है।
कई इलाकों में राहत-बचाव टीम ने जल जमाव से मुक्ति भी दिलाई है लेकिन अभी भी बहुत जगह हालात खराब हैं। छत्तीसगढ़ से अधिक क्षमता वाले पंपों को मंगाया गया है ताकि पानी को अधिक गति से बाहर निकाला जा सके।
पटना जिला प्रशासन द्वारा स्थापित व्हाट्सएप पर बहुत सारी शिकायतें भी आ रही हैं कि राहत-बचाव का कार्य बहुत धीरे हो रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हवाई सर्वेक्षण भी किया है।