मुंबई : गोवा स्थित देवस्थान मंदिर के पुजारी पर महज दो दिन के भीतर यौन शोषण का दूसरा मामला दर्ज किया गया है। मुंबई के 20 वर्षीय छात्रा ने आरोप लगाया है कि पुजारी ने उसके साथ अभद्रता की है और उसकी शीलता को भंग किया है। छात्रा अपने पिता के साथ पुलिस स्टेशन पहुंची जहां उसने पुजारी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। शिकायतकर्ता का कहना है कि छात्रा काफी परेशान है। घटना के 2-3 दिन तक छात्रा रोती रही और वह काफी ज्यादा परेशान थी।
इससे पहले छात्रा की आंटी जोकि अमेरिका में रहती हैं उन्होंने इ-मेल के जरिए मंगुएशी मंदिर प्रशासन से इसकी शिकायत की थी और उनसे इस मामले में कार्रवाई करने को कहा था। परिवार का कहना है कि यह शिकायत जून माह में की गई थी। यह घटना 14 जून की है जब आरोपी पुजारी धनंजय भावे ने छात्रा को उसका कंधा पकड़कर खींचा और उसे गले लगा लिया था। यह घटना उस वक्त हुई जब छात्रा के पिता पूजा कर रहे थे और मां मंदिर के दूसरे हिस्से में थीं।
छात्रा ने अपनी शिकायत में कहा है कि गोवा मंदिर का पुजारी उनके परिवार का पुजारी थी और वह पिता के समान था। जिस वक्त मेरे पिता अभिषेक कर रहे थे और मां प्रदक्षिणा शुरू करने वाली थी उसी वक्त पुजारी ने हमे रोका और कहा कि एक साथ मत जाइए, उसने मेरी मां से सबसे पहले जाने के लिए कहा, जिसके बाद पुजारी मुझसे बात करने लगा और जब मैं पुजारी के पैर छून के लिए झुकी तो उसने कंधा पकड़ा और गले लगा लिया और मुझे चुंबन देने की भी कोशिश की।
इस घटना से छात्रा काफी सदमे में हैं, उसका कहना है कि मंदिर जैसी पवित्र जगह पर आप ऐसे पुरोहित से अगर कोई आखिरी चीज की उम्मीद कर सकते हैं तो वह यौन हमला ही है। छात्रा की आंटी ने बताया कि जब हमने मंदिर की कमेटी से इसकी शिकायत की तो मंदिर प्रशासन ने हमपर फर्जी कहानी गढ़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इसमे हमारी ही गलती होगी और हमारी शिकायत को खारिज कर दिया। वहीं मंगुएशी मंदिर प्रशासन का कहना है कि हमने पुजारी को सस्पेंड कर दिया है।