अहमदाबाद- गोधरा ट्रेन कांड में 59 कार सेवक मारे गए थे. इस ट्रेन कांड के बाद राज्य में बड़े पैमाने पर दंगे भड़क उठे थे.एक एटीएस अधिकारी ने बताया कि फारूक मोहम्मद भाना मुख्य आरोपियों में से एक है जिसने 27 फरवरी 2002 को गोधरा ट्रेन स्टेशन पर ट्रेन को आग लगाने की साजिश रची थी.
आतंकवाद रोधी दस्ते के अधिकारियों के अनुसार, घटना के समय भाना गोधरा में पार्षद था. गिरफ्तारी से बचने के लिए वह मुंबई चला गया और वहां जाकर प्रॉपर्टी ब्रोकर बन गया.
एटीएस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘एक गुप्त सूचना के आधार पर हमने पंचमहल जिले में कलोल कस्बे के समीप एक टोल प्लाजा से भाना को पकड़ लिया. गुरुवार को वह मुंबई से गोधरा जा रहा था. वह गोधरा कांड का मुख्य साजिशकर्ता है.’’
प्राथमिकी में भाना पर आरोप लगाया गया है कि गोधरा रेलवे स्टेशन के समीप अमन गेस्ट हाउस में अन्य आरोपियों के साथ बैठक के दौरान उसने एस 6 कोच को आग के हवाले करने की साजिश रची थी.
उसने और एक अन्य पार्षद बिलाल हाजी ने कथित रूप से अन्य आरोपियों को मौलाना उमरजी से मिले निर्देशों के अनुसार ट्रेन कोच को आग लगाने को कहा था. उमरजी को घटना के मुख्य साजिशकर्ता के रूप में गिरफ्तार किया गया था लेकिन बाद में रिहा कर दिया गया.
साबरमती एक्सप्रेस के एस 6 कोच में आग लगने से 59 लोगों की जान चली गयी थी. घटना के बाद राज्य में बड़े पैमाने पर दंगे भड़क उठे थे जिनमें करीब एक हजार लोग मारे गए थे.