पिछले शुक्रवार को एवरेट में अपने पहले बोइंग 787-9 विमान की डिलीवरी लेते हुए विस्तारा के सीईओ लेस्ली थिंग ने कहा था कि ये इन-फ्लाइट वाई-फाई सेवाएं देने वाला भारत में पहला विमान होगा। वाई-फाई के इस्तेमाल की इजाजत मिलने से यात्रियों को यात्रा के दौरान लाभ मिलेगा। वे इस सुविधा के मिलने के बाद अपने दोस्तों और घरवालों से चैट कर सकेंगे।नई दिल्ली: हवाई जहाज से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है। केंद्र सरकार ने भारत में उड़ानों के दौरान यात्रियों को वाई-फाई सर्विस उपलब्ध कराने को मंजूरी दे दी है। सरकार ने घरेलू विमान के अंदर वाई-फाई के जरिए इंटरनेट सेवा शुरू करने की इजाजत दे दी है। नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि इस बाबत सरकार ने फैसला ले लिया है।
उन्होंने कहा कि अब विमानन कंपनियों को तय करना है कि वे कब से वाई-फाई सेवा उपलब्ध कराएंगे। सरकार द्वारा जो नोटिफिकेशन जारी किया गया है, उसमें कहा गया है कि फ्लाइट में पायलट-इन-कमांड विमान में सवार यात्रियों को इंटरनेट का इस्तेमाल करने की इजाजत दे सकता है। ये इजाजत तभी दी जाएगी जब मोबाइल, लैपटॉप या अन्य गैजेट फ्लाइट मोड में होंगे।
इसके पहले, पिछले शुक्रवार को एवरेट में अपने पहले बोइंग 787-9 विमान की डिलीवरी लेते हुए विस्तारा के सीईओ लेस्ली थिंग ने कहा था कि ये इन-फ्लाइट वाई-फाई सेवाएं देने वाला भारत में पहला विमान होगा। वाई-फाई के इस्तेमाल की इजाजत मिलने से यात्रियों को यात्रा के दौरान लाभ मिलेगा। वे इस सुविधा के मिलने के बाद अपने दोस्तों और घरवालों से चैट कर सकेंगे।
वे यात्रा के दौरान फ्लाइट में अपने मोबाइल फोन या लैपटॉप पर मूवी देख सकते हैं। वे फेसबुक, ट्विटर आदि का लाभ उठा सकते हैं। हालांकि, वाई-फाई सेवाएं मुफ्त में नहीं आएंगी क्योंकि एयरलाइंस को कनेक्टिविटी उपकरण स्थापित करने के लिए काफी खर्च करना होगा। हालांकि, यात्रियों को इसका कितना चार्ज देना होगा, अभी ये तय नहीं हुआ है। बता दें कि पिछले महीने टाटा समूह की कंपनी नेल्को और पैनासॉनिक एवियानिक्स कॉरपोरेशन ने भारतीय विमानन क्षेत्र में उड़ान के दौरान ब्रॉडबैंड सेवाएं देने के लिए साझेदारी का ऐलान किया था।