विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने केंद्र सरकार से राम जन्मभूमि मंदिर बनवाने के लिए कानून बनाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि लाखों स्वयंसेवकों ने इस सरकार को तीन तलाक पर कानून बनाने के लिए नहीं बनाया। उन्होंने अयोध्या में राम जन्मभूमि का भव्य मंदिर निर्माण करने के लिए इस सरकार को वोट दिया।
यह पूछने पर कि जब मामला कोर्ट में है और सरकार को लगभग चार साल हो रहे हैं तब ऐसी मांग की क्या आवश्यकता है, उन्होंने कहा कि अगर मामला अदालत के फैसले से ही सुलझाया जाना था तो 1985 से इतना बड़ा आंदोलन खड़ा करने की जरूरत क्या थी?
उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन के दौरान विश्व हिंदू परिषद के हजारों कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी, कइयों की जान गई तो क्या इसलिए कि जब हमारी सरकार बने तो वह कहे अदालत के फैसले का इंतजार कीजिए।
विहिप नेता ने कहा कि सरकार बनने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उसके अनुषांगिक संगठनों की बैठक में उन्होंने साफ कह दिया था कि दो साल तक वे इस सरकार से कोई मांग नहीं करेंगे। हमने इस सरकार को चार साल दिए।
लेकिन जब देखा कि वह मंदिर निर्माण की जगह जम्मू कश्मीर में पीडीपी से समझौते कर रही है, पत्थरबाजों को माफ कर रही है और नरेश अग्रवाल जैसे लोगों को गले लगा रही है तो अपनी चुप्पी तोड़नी पड़ी।
ज्ञात हो तोगड़िया ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में उनसे अपने 27 साल के साथ का हवाला देते हुए मिलने का अनुरोध किया है। वे चाहते हैं किसानों और मजदूरों की समस्याओं पर भी वह प्रधानमंत्री से आमने-सामने बैठकर चर्चा करें।