आबू रोड : ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी ह्दयमोहिनी का पार्थिव शरीर एअर एम्बुलेंस के जरिए आबू रोड लाया गया। शाम पांच बजे आबू रोड के मानपुर हवाई पटटी पर पहुंचा। वहां पहले से ही उपस्थित सैकड़ों लोगों के साथ उनके पार्थिक शरीर को संस्थान के अन्तर्राष्ट्रीय मुख्यालय शांतिवन लाया गया। गमगीन माहौल में लोगों ने दादी के पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि अर्पित करना शुरू कर दिया है। दादी के पार्थिव शरीर को सबसे पहले उनके निवास ले जाया गया।
जैसे ही दादी के देहावसान की खबर संस्थान के लोगों को लगी यह आग की तरह देश विदेश में फैल गयी। लोगों की श्रद्धांजलि का दौर प्रारम्भ हो गया। परन्तु कोरोना कॉल को देखते हुए संस्थान ने लोगों को आने के लिए मना किया है। साथ देश विदेश में शिवरात्रि महोत्सव के दौरान होने वाले सभी कार्यक्रमों को निरस्त कर दिया गया है। पूरे देश विदेश में ध्यान साधना का दौर प्रारम्भ हो गया है।
अंतिम दर्शनार्थ रखा जायेगा: दादी के पार्थिव शरीर को कान्फ्रेस हॉल में उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शनार्थ रखा गया है। इसके पश्चात उनके पार्थिव शरीर को पांडव भवन, ज्ञान सरोवर भी ले जाया जायेगा। पुन: उनके शरीर को शांतिवन लाया जायेगा और शनिवार को अंतिम संस्कार कर दिया जायेगा।
इन्होने भेजा शोक संदेश: दादी ह्दयमोहिनी के देहावसान पर भारत के उपराष्ट्रपति वैकैया नायडू ने शोक संदेश भेजा है। उन्होंने कहा कि दादी का जीवन हमेशा मानवीय मूल्यों के प्रचार प्रसार के लिए जाना जायेगा। लोकसभा स्पीकर ओम विड़ला ने दादी को एक महान विभूति बताते हुए कहा कि हमेशा दादी अपने महान कार्यों के लिए याद की जायेगी। वही राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा, छत्तीसगढ़ के मुख्य मंत्री भूपेश बघेल, राज्यपाल अनुसुईया उईके ने भी शोक संदेश भेजकर संवेदना व्यक्त की है।
- B. K. Komal