32 साल पहले नेशनल ज्याॉग्राफिक की एक फोटो के चलते अफगानिस्तान की जंग में मोनालिसा नाम से प्रसिद्ध ‘अफगानी गर्ल’ शरबत बीबी को करप्शन के आरोप में पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिया गया। शरबत बीबी की गिरफ्तारी पाकिस्तान की फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने की ।
फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एफआईए) के सूत्रों के मुताबिक, बीबी पर आरोप है कि उन्होंने नेशनल आईडेंटिटी कार्ड बनाने की कम्प्यूटराइज्ड प्रॉसेस में जालसाजी की। बीबी के पास से पाकिस्तान और अफगानिस्तान, दोनों के नेशनल आईडेंटिटी कार्ड मिले हैं।
बीबी पर पाकिस्तान दंड संहिता की घारा 419, 420 और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के निषेध की धारा 5 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। एफआईए के एक अधिकारी ने बताया कि जिस अफसर ने उनका आईडेंटिटी कार्ड बनाया, उसे जमानत मिल गई, लेकिन बीबी अभी पुलिस हिरासत में ही हैं।
शरबत बीबी ने दावा किया था कि उनके दो बेटे हैं। जबकि जांच में पता चला कि उनके दो बेटियां और एक बेटा है। बीबी ने पेशावर में अपने घर का जो पता दिया था, वहां मौजूद लोगों ने भी इस बात से इनकार किया कि शरबत बीबी को दो बेटे हैं।
कौन है शरबत बीबी
1984 में अफगानिस्तान में जंग छिड़ी थी और पाकिस्तान के पेशावर में अफगान जंग के रिफ्यूजी रह रहे थे। नेशनल ज्यॉग्राफिक ने उस वक्त अफगानिस्तान में छिड़ी जंग के चलते बेघर हुए लोगों के हालात बयां करने के लिए कवरेज किया था। नेशनल जियोग्राफिक के फोटोग्राफर स्टीव मैककरी ने 1984 में पेशावर के पास एक शरणार्थी शिविर में बीबी की एक तस्वीर ली थी। यह तस्वीर नेशनल ज्योग्राफिक पत्रिका के जून 1985 के अंक में कवर पेज पर प्रकाशित हुई थी। इसके बाद शरबती बीबी दुनिया भर में ‘अफगान गर्ल’ के रूप में प्रसिद्ध हो गई। बीबी उस वक्त 12 साल की थी। शरबत बीबी कई साल तक गुमनामी में रहीं। 2002 में मैगजीन के लोगों ने उन्हें ढूंढ निकाला। उनके परिवार को फोटोग्राफर स्टीव मैककरी से मिलवाया गया। मैककरी ने 17 साल बाद दोबारा बीबी की फोटो ली। दोबारा तस्वीर लेने के बाद फोटोग्राफर ने कहा था, ”बीबी की आंखें अब भी वैसा ही डर बयां करती हैं।” [एजेंसी]