जम्मू : उत्तरी कश्मीर में बारामुला जिले के सोपोर इलाके में आतंकियों ने ग्रेनेड हमला किया है। इस हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो एसपीओ घायल हुए हैं। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके साथ ही हमलावरों की तलाश में इलाके की घेराबंदी कर सुरक्षाबलों द्वारा तलाशी अभियान शुरू किया गया है।
बता दें कि सुरक्षाबलों की ओर से चलाए जा रहे आतंक विरोधी अभियानों से आतंकी संगठनों में बौखलाहट है। इस साल 11 मार्च तक 11 आतंकियों का खात्मा किया जा चुका है। इसी के चलते सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर स्थानीय लोगों में भय उत्पन्न करने की नापाक साजिशें रची जा रही हैं।
- 9 मार्च को सोपोर में अल-बद्र सरगना गनी ख्वाजा मारा गया। ख्वाजा संगठन का मास्टरमाइंड था। गनी ख्वाजा युवाओं की भर्ती करने के साथ ही सीमा पार से आने वाले नए ग्रुप को रिसीव करता था। इस ग्रुप को दक्षिणी कश्मीर तक पहुंचाने में मदद करता था। जा वर्ष 2000 में हथियारों की ट्रेनिंग लेने पाकिस्तान गया था। वहां से वह 2002 में लौट आया। उसे 2007 में पीएसए के तहत गिरफ्तार भी किया गया था। बाद में 2008 में उसे छोड़ा गया। 2015 तक वह ओजीडब्ल्यू के तौर पर काम करता रहा। जनवरी 2018 में वह हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया। इसके बाद वह 2020 में अल बद्र में शामिल हो गया। पाकिस्तान की शह पर उसने दोबारा अल-बद्र को सक्रिय किया।
- 11 मार्च को अनंतनाग के बिजबिहाड़ा के कादीपोरा इलाके में सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकी आदिल अहमद भट और जाहिर अमीन राथर को मार गिराया था।
- शुक्रवार को दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षाबलों ने आतंकियों के सात मददगारों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आतंकियों के मददगारों में समीउल्लाह चोपान, दचीपोरा का हिलाल अहमद वानी, रमीज अहमद वानी, रउफ अहमद वानी व जाहिद अहमद वानी, वेहिल का फैजान अहमद खान व शाहिद अहमद राथर शामिल हैं।