अमेठी. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी प्रदेश की योगी सरकार पर शिक्षा बजट को लेकर भले ही तंज़ कस रहे हों लेकिन स्वयं उनके संसदीय क्षेत्र में चिराग तले अंधेरा है। एक दशक से अधिक वक़्त तक सांसद रहते हुए वो संसदीय क्षेत्र की शिक्षा प्रणाली को पटरी पर नहीं ला सकें हैं। आलम ये है के अमेठी के गौरीगंज विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत बलभद्रपुर में बने प्राइमरी स्कूल के खुद का भविष्य खतरे में है, केवल 5 बच्चे ही यहां पढ़ने आ रहे हैं। आगे पढ़े ऐसा क्या है…
गौरतलब हो कि विधानसभा गौरीगंज में आने वाले क्षेत्र रानीपुर के बलभद्रपुर प्राथमिक विद्यालय बच्चों के भविष्य निर्माण के बदले अपने भविष्य पर आंसू बहा रहा है। वो भी तब जब योगी सरकार शिक्षा के रूप में नाना प्रकार के जतन कर रही है। की। स्थित ये है कि स्कूल में बने कमरे गिर-पड़ चुके हैं। शुल्भ शौचालय में दरवाजे की व्यवस्था ही नहीं है। स्कूल की बिल्डिंग जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी है, वर्षों से बिल्डिंग की डेंटिंग-पेंटिंग हुई नहीं, जिसके कारण जंगली पौधों व झंखाड़ों से स्कूल भरा पड़ा है। इससे सरकार के स्वच्छता अभियान पर भी सवाल उठ रहा है।
2011 में 11 लाख की लागत से हुआ था निर्माण
यही नहीं बच्चों को स्कूल में मिलने वाले मध्यान्ह भोजन में दिए जाने वाले पोषाहार को पकाने के लिये जुगाड़ से काम चलाया जा रहा है। वो इस तरह कि स्कूल आने वाले 5 बच्चे लकड़ियां बीन कर लाते हैं इस पर मध्यान्ह भोजन तैयार कर उन्हें दिया जाता है। इसके अलावा बच्चों को पानी पीने के लिये बर्तन के नाम पर स्कूल में गिलास तक मुहैया नहीं कराया जाता। आपको बता दें कि स्कूल का निर्माण वर्ष 2011 में 11 लाख रुपए की लागत से हुआ है, जहां अव्यवस्थाओ की ख़बर पाकर तत्कालीन डीएम चंद्रकांत पाण्डेय ने स्वयं इसकी जांच किया था।
डीएम ने दिए कार्यवाई के निर्देश
इस बाबत डीएम योगेश कुमार ने उक्त मामले पर त्वरित कार्यवाही करते हुए जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही पंचायती राज एक्ट के तहत सम्बंधित क्षेत्र के ग्राम प्रधान जो कि अपने क्षेत्र की समस्त राजकीय सम्पत्ति के रख रखाव का जिम्मेदार है ऐसा न कर पाने की दशा में उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही के निर्देश भी डीएम द्वारा दिये गए हैं। डीएम ने कहा है कि उक्त स्कूल की जर्जर व्यवस्था में जल्द ही सुधार लाया जाएगा।
रिपोर्ट@राम मिश्रा