लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रियों और बीजेपी सांसदों को जनता के बीच जाकर जीएसटी के फायदे बताने का आदेश दिया था। जीएसटी के बारे जनता को बताने के लिए उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री महाराजगंज गए थे। इसके साथ ही वह यूपी सरकार के 100 दिन के काम का बखान भी करने गए थे, लेकिन रमापति शास्त्री जीएसटी की फुल फॉर्म तक नहीं बता पाए।
जीएसटी की फुल फॉर्म गुड्स एंड सर्विस टैक्स (वस्तु एवं सेवा कर) है। हाल ही में हुई कैबिनेट मीटिंग में नरेंद्र मोदी ने अपने सहयोगियों से कहा था कि वह जीएसटी के चलते जनता को टैक्स में होने वाले फायदों के बारे में बताएं। उन्होंने कहा था कि जीएसटी लागू होना एनडीए सरकार के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।
उम्मीद की जा रही है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली जीएसटी से संबंधित बिलों को सोमवार को संसद में पेश करेंगे। पीएम मोदी ने टैक्स रेट में होने वाले बदलावों के बारे में जनता को जानकारी दिए जाने की बात कही है। उनका मानना है कि इस बारे में सही ढंग से सरकार का पक्ष रखे जाने की जरूरत है क्योंकि जीएसटी लागू होने के बाद वस्तुओं की कीमतों को लेकर भी चिंताएं जताई जा रही हैं।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी की बेहद पढ़ी लिखी और तेजतर्रार सांसद मीनाक्षी लेखी ठीक ढंग से स्वच्छ भारत तक नहीं लिख पाईं। दरअसल सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें दिख रहा है कि सांसद मीनाक्षी लेखी ने बोर्ड पर गलत तरीके से स्वच्छ लिखा है।
ये तस्वीर तब की है जब मंगलवार 27 जून को सुप्रीम कोर्ट की बड़ी वकील बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड की तरफ से दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंची थीं। इस कार्यक्रम में मीनाक्षी लेखी के साथ केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी, सांसद उदित राज और दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक समेत दिल्ली यातायात पुलिस के कई आला अधिकारी भी मौजूद थे। @एजेंसी