केंद्र सरकार ने साफ कर दिया कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) 30 जून और एक जुलाई की मध्य रात्रि को ही लागू होगा। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि 30 जून को संसद के केंद्रीय कक्ष में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा और ठीक आधी रात को जीएसटी का उद्घाटन किया जाएगा।
वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि जीएसटी ज्यादा कारगर टैक्स व्यवस्था है और इससे टैक्स और राजस्व की चोरी रुकेगी और केंद्र और राज्य सरकारों की आमदनी और खर्च की क्षमता बढ़ेगी। केंद्र सरकार देश में लगने वाले सभी अप्रत्यक्ष करों की जगह एक कर जीएसटी लागू कर रही है। जीएसटी में सभी वस्तुओं और सेवाओं पर चार वर्गों में बांटकर टैक्स लिया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त जीएसटी काउंसिल ने पांच, 12, 18 और 28 प्रतिशत की दरें टैक्स के लिए तय की हैं।
वित्त मंत्री जेटली ने कहा है कि जीएसटी लागू होने की वजह से कुछ अल्पकालिक दिक्कतें आ सकती हैं जिनके लिए सरकार तैयार है। वित्त मंत्री ने बताया कि जीेसटी के लॉन्च के लिए संसद के सेंट्रल हॉल में होने वाले विशेष कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, विपक्षी दलों के नेता इत्यादि मौजूद रहेंगे। वित्त मंत्री ने उम्मीद जतायी है कि जीएसटी लागू होने से देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में सुधार होगा।
जीएसटी परिषद करीब 1200 वस्तुओं और सेवाओं पर लगायी जाने वाली जीएसटी की दर पहले ही तय कर चुका है। जीएसटी लागू होने के बाद अभ तक लगने वाले एक्साइज ड्यूटी, वैट, सर्विस टैक्स, एंट्री टैक्स, लग्जरी टैक्स और एंटरटेनमेंट टैक्स इत्यादि टैक्स नहीं लगेंगे। जीएसटी को आजादी के बाद देश में हुआ सबसे बड़ा टैक्स रिफॉर्म माना जा रहा है।