अहमदाबाद। गुजरात के मेहसाणा जिले की एक स्थानीय अदालत ने पाटीदार समुदाय के नेता हार्दिक पटेल समेत 7 के खिलाफ 2015 के एक मामले में गैर जमानती वारंट जारी किया है।
गुजरात चुनाव से ऐन पहले कोर्ट द्वारा जारी हुए इस वारंट के बाद इस पर राजनीति तेज होने की संभावना है। चुनाव आयोग ने बुधवार को ही राज्य में दो चरणों में चुनाव कराए जाने का ऐलान किया है।
गौरतलब है कि गुजरात के मेहसाणा की जिला अदालत ने 2015 में पाटीदार आंदोलन के दौरान भाजपा विधायक ऋषिकेश पटेल के ऑफिस पर हुए हमले के मामले में हार्दिक पटेल और लालजी पटेल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
मेहसाणा के जिस विसनगर की अदालत ने हार्दिक के खिलाफ वारंट जारी किया है, वह साल 2015 में हुए पाटीदार अनामत (आरक्षण) आंदोलन का प्रमुख गढ़ रहा था। हार्दिक पटेल के नेतृत्व में हुए इसी आंदोलन के दौरान भाजपा विधायक के दफ्तर को निशाना बनाया गया था।
इस बीच चुनाव आयोग ने गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को दो चरणों में मतदान कराए जाने की घोषणा की है। वोटों की गिनती 18 दिसंबर को हिमाचल के साथ ही
गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। बुधवार को महेसाणा जिले की एक अदालत ने पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है।
महेसाणा के विसनगर की सेशन कोर्ट ने लगातार तीन तारीखों पर गैरहाजिर रहने के चलते आज हार्दिक और उनके साथ आरोपी बनाए गए दूसरे 18 लोगों के खिलाफ वारंट जारी किया है। पाटीदारों के एक दूसरे संगठन सरदार पटेल ग्रुप के प्रमुख लालजी पटेल के खिलाफ भी गैर जमानती वारंट जारी किया है
ये वारंट जुलाई 2015 को विसनगर में पाटीदारों को आरक्षण दिलाने की मांग को लेकर निकली जा रही रैली में शामिल लोगों के हिंसा करने, स्थानीय भाजपा विधायक ऋषिकेश पटेल के कार्यालय में तोडफोड़ करने और वाहनों को आग लगाने से जुडे़ मामले में जारी किया गया है। इस मामले में हार्दिक को बीते साल गुजरात हाईकोर्ट से जमानत मिली थी।
gujarat election news Non-bailable warrant issued against Hardik Patel