सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को गुजरात कांग्रेस की कम से कम 25% VVPAT पर्चियों को ईवीएम से क्रॉस चेक करने संबंधी याचिका खारिज कर दी। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि कांग्रेस की VVPAT पर्चियों का ईवीएम से मिलान करने संबंधी याचिका में कोई दम नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि गुजरात कांग्रेस चुनाव सुधार संबंधी रिट पिटिशन दायर कर सकती है। गौरतलब है कि गुजरात कांग्रेस ने अपनी याचिका में कहा था कि ईवीएम में जो वोट पड़े, उनका मिलान VVPAT (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) पर्चियों से किया जाए। कांग्रेस की ओर से सीनियर वकील कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी इस मामले में पैरवी कर रहे थे।
गौरतलब है कि गुरुवार को मतदान खत्म होने के बाद आए ज्यादातर एग्जिट पोल्स में गुजरात में बीजेपी की जीत का अनुमान लगाया गया है।
हालांकि कांग्रेस ने गुरुवार शाम तक गुजरात चुनाव में सीधे तौर पर ईवीएम को लेकर कोई सवाल नहीं उठाया था, लेकिन पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए कहा है कि एग्जिट पोल्स में बीजेपी की जीत इसलिए दिखाई जा रही है कि नतीजे आने पर ईवीएम पर सवाल खड़ा न किया जा सके। उन्होंने गुरुवार शाम इसे लेकर ट्वीट किया था। अब कांग्रेस के सुप्रीम कोर्ट जाने से ईवीएम में कथित गड़बड़ी का मुद्दा एक बार फिर गर्मा गया है।
बता दें कि इसके पहले यूपी चुनाव में बीजेपी की बंपर जीत के बाद भी ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठा था। आम आदमी पार्टी और बीएसपी सहित कई विपक्षी दलों ने ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया था।
आम आदमी पार्टी ने तो यहां तक कहा था कि ईवीएम को आराम से हैक किया जा सकता है। हालांकि चुनाव आयोग ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया था। आपको बता दें कि ईवीएम को लेकर उठ रहे सवालों के मद्देनजर ही गुजरात में चुनाव में इस्तेमाल की गईं सभी ईवीएम को वीवीपीएटी मशीनों से जोड़ा गया था।