गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले लोकनीति-सीएसडीएस-एबीपी के सर्वे ने सबको चौंका दिया है। दरअसल, अगस्त में इस सर्वे ने बीजेपी को 144-152 के बीच और कांग्रेस को 26-32 सीट दी थीं। वहीं अब नवंबर में दिए गए सर्वे में भाजपा की सीट घटकर 91-99 रह गई हैं वहीं कांग्रेस की सीट बढ़कर 78-86 हो गई हैं। ऐसी स्थिति में भी भाजपा की ही जीत मानी जाएगी, लेकिन उसकी सीटों में भारी गिरावट होगी।
मोदी सरकार के खिलाफ गुस्सा: सर्वे में कहा गया है कि जीएसटी को लेकर लोगों में अभी भी गुस्सा है, जो दरों में किए गए बदलाव के बाद भी शांत नहीं हुआ है। किसानों-व्यापारियों को इस सर्वे में शामिल किया गया है।
युवाओं की पसंद भाजपा: सर्वे के मुताबिक, 18-29 के बीच की उम्र का वोटर यानी युवा भाजपा के साथ है वहीं 30-39 और 40-59 के लोग या तो कांग्रेस के साथ हैं या फिर अभी तय नहीं कर पाए कि उन्हें किसको वोट करना है।
‘नहीं आए अच्छे दिन’
अगर सर्वे को सही माना जाए तो जिन लोगों ने 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट किया था, उनको भी लगने लगा है कि अभी अच्छे दिन नहीं आए हैं। सर्वे के मुताबिक, नॉर्थ और साउथ में कांग्रेस आगे होगी वहीं सौराष्ट्र और सेंट्रल गुजरात में भाजपा की पकड़ मजबूत है। शहरी क्षेत्रों में बीजेपी लोगों की पसंद है वहीं गांवों में लोग कांग्रेस चाहते हैं।
गुजरात में दो चरणों में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। पहले चरण के लिए 9 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे, वहीं 14 दिसंबर को दूसरे चरण की वोटिंग होगी। चुनाव के नतीजों का ऐलान 18 दिसंबर को किया जाएगा।
यह चुनाव भाजपा के लिए नाक की लड़ाई बन गई है, क्योंकि पिछले तकरीबन बीस सालों से गुजरात में भाजपा की सरकार है। वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव के वक्त मोदी ने गुजरात मॉडल का काफी जिक्र किया था। माना जा रहा है कि इस चुनाव के नतीजों का असर 2019 पर पड़ेगा।