अहमदाबाद : गुजरात के विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने कर्नाटक चुनावों से पहले बेंगलुरु में युवाओं को संबोधित करते हुए जिग्नेश ने कहा कि 15 अप्रैल को होने वाली पीएम मोदी की जनसभा में युवाओं की भूमिका बढ़ गई है। जिग्नेश ने कहा कि कर्नाटक के युवाओं को पीएम मोदी को आईना दिखाना चाहिए। गुजरात के निर्दलीय विधायक ने कर्नाटक के युवाओं को पीएम मोदी की रैली में कुर्सियां उठाकर फेंकने और हुड़दंग मचाने को कहा है। बतौर जिग्नेश इसके बाद युवा पीएम मोदी से पूछें कि हर साल 2 करोड़ लोगों को नौकरी देनेवाले वादे का क्या हुआ? जिग्नेश ने ये बातें चित्रदुर्गा के वार्ता भवन में एक सभा को संबोधित करते हुए कही।
जिग्नेश ने यह भी कहा कि जब पीएम मोदी युवाओं के सवालों का जवाब न दे पाएं तो उन्हें हिमालय चले जाना चाहिए। जिग्नेश के इस बयान के खिलाफ बीजेपी ने शुक्रवार को चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है और आरोप लगाया है कि जिग्नेश मेवाणी चुनावों में हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि इस साल के शुरुआत में यानी जनवरी में ही जिग्नेश मेवाणी ने एलान किया था कि कर्नाटक चुनावों में वो समान विचारधारा वाली पार्टियों के लिए बीजेपी के खिलाफ चुनाव प्रचार करेंगे।
#WATCH: Jignesh Mevani says, ‘Biggest role of Karnataka’s youth should be to enter PM’s campaign program in Bengaluru on 15th, hurl chairs in the air & disrupt it, then ask him what happened to 2 cr jobs? If he can’t answer ask him to go to Himalayas’ #Chitradurga #Karnataka pic.twitter.com/3rykIfOFsp
— ANI (@ANI) April 6, 2018
मेवाणी ने चित्रदुर्गा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के 20 फीसदी दलितों के 20 वोट भी बीजेपी को नहीं मिलने चाहिए। उन्होंने दलितों से इस मुद्दे पर एकजुट होने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राज्य में चड्डीधारियों को हराने के लिए मुख्य धारा की राजनीतिक दलों को एकसाथ आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने साल 2014 के चुनावों से पहले जितने भी वादे किए थे उनमें से एक भी पूरा नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने हरेक साल दो करोड़ लोगों को नौकरी देने का वादा किया था लेकिन ऐसा नहीं हो सका। दलित नेता ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की गलत नीति की वजह से देश के किसान आत्महत्या कर रहे हैं।