अहमदाबाद – मुंबई के बाद अब गुजरात में लश्कर-ए-तैयबा आतंकी हमले की फिराक में है। पाकिस्तानी एनएसए नासिर खान जंजुआ व इंटेलीजेंस ब्यूरो के इनपुट के आधार पर गुजरात सहित देश के अन्य राज्यों को अलर्ट कर दिया गया है। लश्कर के 8 से 10 आतंकी समुद्री सीमा के जरिए भारत में घुसकर रक्षा और परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बना सकते हैं। गुजरात में आतंकी अलर्ट के चलते रेलवे स्टेशनों और एयरपोर्ट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस बीच, एनएसजी की दो टीमें गुजरात भेज दी गईं हैं।
देश की खुफिया एजेंसियों का मानना है कि आतंकी सोमवार को महाशिवरात्रि पर हमला कर सकते हैं। इसके चलते राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी गई है अौर एनएसजी की एक टीम भी गुजरात भेजी गई है।
पाक एनएसए ने जो इनपुट दिया है उसके अनुसार जो आतंकी गुजरात में घुसे हैं वो लश्कर और जैश के फिदायीन हमलावर हैं।
गुजरात के गृहमंत्री रजनी पटेल ने बताया कि गुजरात सरकार ने केंद्र से एनएसजी टीम की मांग की थी और वह पहुंच गई हैं। कल केंद्र सरकार से हमको इनपुट मिला था कि राज्य में आतंकी घुसे हैं तो उसके आधार पर हमने पूरे प्रदेश में हाई एलर्ट कर दिया है।
गुजरात के डीजीपी पीसी ठाकुर ने बताया कि केंद्र सरकार के इनपुट के मुताबिक हम पूरी तरह से मुस्तैद हैं और हम लोगों से अपील करते हैं कि वे घबड़ाएं नहीं। केंद्र सरकार ने चार एनएसजी टी की टीमें गुजरात भेजी हैं। जिसमें से तीन अहमदाबाद में रुकेंगी और एक टीम को सोमनाथ मंदिर पर तैनात किया जाएगा।
गौरतलब है कि दंगों के बाद से ही गुजरात आतंकियों के निशाने पर रहा है। भारतीय खुफिया एजेंसी आईबी के हालिया इनपुट में बताया गया है कि समुद्री सीमा से लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी गुजरात व सरहदी राज्यों में घुसने की फिराक में हैं। आतंकी रक्षा शिविर व परमाणु संयंत्र पर हमला कर बड़ी तबाही मचाना चाहते हैं। इनपुट के आधार पर गुजरात के सभी सरहदी पुलिस थानों को अलर्ट करने के साथ ही गश्ता बढ़ा दी गई है। अर्द्धसैनिक बलों की दो बटालियन भी समुद्री सीमा की सुरक्षा में लगाई गई हैं।
बीएसएफ के अधिकारियों ने बताया है कि गुजरात के कच्छ से लगी भारत-पाक सीमा पर मछली पकड़ने वाली एक पाकिस्तानी नाव जब्त की गई है। नाव को लेकर बीएसएफ जांच कर रही है।
कोटेश्वर क्रीक इलाके में यह लावारिस नाव तब मिली जब गश्ती दल को देखती है उसमें सवार लोग नाव छोड़कर भाग निकले। हालांकि बोट से कोई संदिग्ध वस्तु या हथियार नहीं मिले हैं लेकिन ऐसे दुर्गम इलाके से बोट का मिलना इस इलाके में घुसपैठ की कोशिश जरूर हो सकती है। कोटेश्वर क्रीक से ही पिछले महीने भी एक पाकिस्तानी नाव बरामद हुई थी। बीते तीस दिनों में ऐसी तीसरी घटना है। इस क्षेत्र में पिछले पांच महीनों में यह पांचवीं ऐसी घटना है।