नई दिल्ली – आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला सहित करीब दो हजार आंदोलनकारियों के खिलाफ सरकारी संपत्ित नष्ट करने, रेल और सड़क मार्ग अवरुद्ध करने समेत कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
पांच फीसद आरक्षण की मांग कर रहे कर्नल बैंसला ने कहा कि हम सरकार से लॉलीपॉप नहीं लेंगे। उन्होंने सरकारी संपत्ित नष्ट करने का केस दर्ज होने पर हैरानी जताते हुए कहा कि हमने सरकारी संपत्ित को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इससे सरकार से बातचीत पर कोई असर नहीं पड़ेंगा।
गौरतलब है कि राजस्थान सरकार ने गुर्जरों को पांच फीसद आरक्षण दे दिया था, लेकिन 50 फीसद आरक्षण की सीमा पार हो जाने के कारण राजस्थान हाई कोर्ट ने आरक्षण पर रोक लगा दी। उधर, गुर्जर आंदोलन हिंसक होता जा रहा है। अब इसकी लपटें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी पहुंच गई हैं। रविवार को सहारनपुर में मुंबई मार्ग की कई प्रमुख ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया। वहीं, मोदीनगर में आंदोलन समर्थकों ने एनएच 58 पर एक घंटे तक जाम लगाकर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने राजस्थान के मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का पुतला भी फूंका। सहारनपुर में बांद्रा-देहरादून अप एक्सप्रेस और देहरादून-बांद्रा एक्सप्रेस को अचानक रद कर दिया गया। इससे हजारों यात्री परेशान रहे।
सोमवार को गोल्डन टेंपल एक्सप्रेस को भी निरस्त कर दिया गया है। शनिवार रात को आने वाली गोल्डन टेंपल मेल रविवार सुबह 9 घंटे देरी से पहुंची। गंगानगर एक्सप्रेस व कोलकाता एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 2-2 घंटे देरी से चली हैं।
रविवार को जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया। रोडवेज की बसों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। मार्ग से गुजरने वाले निजी वाहनों में तोड़फोड़ के साथ ही चालकों से मारपीट की गई। दौसा में रोडवेज की बुकिंग विंडों पर आग लगा दी गई। आंदोलन हिंसक होते देख जयपुर-आगरा राजमार्ग पर आने वाले बाजार बंद हो गए। लोग भय के कारण घरों से नहीं निकल रहे।
आंदोलन की अगुवाई कर रहे कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला सहित दो हजार प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले को देखते हुए मौके पर पैरामिलिट्री फोर्स और रैपिड एक्शन फोर्स की पांच कंपनी तैनात कर दी गई। जयपुर-आगरा हाईवे रूट का दौसा से कुंडल बांदीकुई होते हुए मंडावर डायवर्ट किया गया है।