साध्वी के साथ रेप के दोषी डेरा सच्चा सौदा के चीफ गुरमीत राम रहीम को सीबीआई की विशेष अदालत ने सोमवार को 10 वर्ष की सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। सजा सुनते ही राम रहीम रोने लगे और जमीन पर बैठ गए। करोड़ों श्रद्धालुओं के ‘पिताजी’ कहे जाने वाले डेरा चीफ जज से माफी की भीख मांगते दिखे।
सीबीआई के विशेष जज जगदीप सिंह ने जैसे ही अपना फैसला पढ़ना शुरू किया राम रहीम बार-बार 7 साल, 7 साल बोलने लगे। यानी रेप केस में वह अधिकतम 10 साल की बजाए 7 साल की सजा की मांग कर रहे थे। जज जगदीप ने राम रहीम की किसी बात पर कोई ध्यान नहीं दिया और उन्हें 10 साल की सजा सुना दी। पूरी सुनवाई के दौरान आंखों में आंसू भरे राम रहीम सजा के बाद जमीन पर बैठकर रोने लगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक जब पुलिसकर्मी उन्हें कस्टडी में लेने आए तो वह कहीं नहीं जाने की जिद करने लगे।
राम रहीम को 376, 511 और 506 धारा के तहत सजा सुनाई गई है। डेरा चीफ को 25 अगस्त को ही दोषी ठहरा दिया था, लेकिन उन्हें सजा आज सुनाई गई। सुरक्षा को देखते हुए रोहतक जेल में ही कोर्ट बनाया गया था। विशेष जज जगदीप हेलिकॉप्टर से यहां पहुंचे थे। किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए हरियाणा प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे। जेल से करीब दो किलोमीटर दूर ही लोगों को रोक दिया गया था। किसी प्रकार की हिंसा करने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए थे।
इससे पहले रोहतक की सुनारिया जेल में लगी अदालत में मौजूद गुरमीत सिंह के तीन वकीलों ने रहम की अपील करते हुए कहा, ‘राम रहीम सिंह सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वह लोगों के कल्याण के लिए काम करते रहे हैं। इसलिए उनके प्रति सजा में नरमी बरती जानी चाहिए।’ इससे पहले सीबीआई के वकीलों ने संक्षिप्त शब्दों में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि गुरमीत सिंह को इस मामले में अधिक से अधिक सजा दी जानी चाहिए। बता दें कि राम रहीम को साध्वी रेप मामले में 15 साल की लंबी प्रक्रिया के बाद दोषी करार दिया गया था।