राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर कहा था कि भारत किसी एक पूजा और एक भाषा में विश्वास नहीं करता है क्योंकि हम सभी आम पूर्वज के वंशज हैं। ज्ञानवापी का एक इतिहास है जिसे हम बदल नहीं सकते। आज के हिंदू और मुसलमानों ने इसे नहीं बनाया है। हर मस्जिद में रोज शिवलिंग क्यों देखते हैं?
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने चुनावी माहौल के बीच संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर कहा-मैं उनकी बात से सहमत हूं। मोहन भागवत ने वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर कल नागपुर में कहा था कि हर मस्जिद में रोज शिवलिंग क्यों देखते हैं? झगड़ा क्यों? वह भी एक पूजा है जिसे उन्होंने अपनाया है। हमें सबको जोड़ना है। संघ भी सबको जोड़ने का काम करता है जीतने के लिए नहीं। नरोत्तम मिश्रा ने संघ प्रमुख के इसी बयान का समर्थन किया।
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में हरियाणा के विधायकों की जिम्मेदारी के सवाल पर कहा कमलनाथ को जिम्मेदारी दी है। यह उनकी पार्टी का मामला है। उन्होंने गाने का जिक्र करते हुए निशाना साधा और कहा अपनी बिगड़ी बना ना सके, दुनियाभर के घड़ीसाज बने फिरते हैं।
दिग्विजय सिंह की विजय यात्रा के बारे में गृह मंत्री ने कहा, वह पहले भी कई यात्राएं निकाल चुके हैं। जैसा उनका परिणाम हुआ वैसे ही इसका होगा। कांग्रेस के पास प्रत्याशी बनाने के लिए कार्यकर्ता नहीं बचे हैं। उनके पास सिर्फ नेता ही बचे हैं। टिकिट देने के नाम पर भीड़ जुटाए रखते हैं।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर कहा था कि भारत किसी एक पूजा और एक भाषा में विश्वास नहीं करता है क्योंकि हम सभी आम पूर्वज के वंशज हैं। ज्ञानवापी का एक इतिहास है जिसे हम बदल नहीं सकते। आज के हिंदू और मुसलमानों ने इसे नहीं बनाया है। हर मस्जिद में रोज शिवलिंग क्यों देखते हैं? झगड़ा क्यों? वह भी एक पूजा है जिसे उन्होंने अपनाया है। हमें सबको जोड़ना है। संघ भी सबको जोड़ने का काम करता है जीतने के लिए नहीं।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर कहा – मैं उनके बयान से सहमत हूं। कश्मीर में हिंदुओं की हत्या पर कहा कश्मीर में हिंदुओं की हत्या हो रही है। उस पर किसी कांग्रेस के नेता ने ट्वीट नहीं किया, पर सेना पर सवाल जरूर खड़े कर देते हैं।
सोशल मीडिया पर पार्षदों के चुनाव लड़ने के भ्रम पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा मैंने अधिकारियों से बात की है। आपके सहयोग से कहना चाहता हूं, कोई भी पार्षद का चुनाव किसी भी वार्ड से चुनाव लड़ सकता है, किसी तरह के भ्रम में ना आएं। सोशल मीडिया पर जारी की गई फर्जी पोस्ट में कहा गया था कि जिस वार्ड के मतदाता होंगे उसी वार्ड से पार्षद चुनाव लड़ सकेंगे। किसी दूसरे वार्ड से चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।