हनीप्रीत अपने ‘पापा’ यानी गुरमीत राम रहीम सिंह से मिलने के लिए तड़प रही है। उसने सेंट्रल जेल में भी राम रहीम से मिलने की जिद पकड़े रखी। वह बार-बार अधिकारियों के समक्ष अपने पापा (डेरामुखी गुरमीत राम रहीम) से मिलने की गुहार लगाती रही।
उसने कहा कि पापा की पीठ में दर्द होगा और उसने भी कई दिनों से उन्हें नहीं देखा। इसलिए उसे उसके पापा से मिला दिया जाए, लेकिन किसी ने हनीप्रीत की बातों को तवज्जो नहीं दी।
डॉक्टरों की टीम ने जेल में हनीप्रीत का ब्लड प्रेशर चेक किया। रिपोर्ट में सब कुछ नार्मल था। हनीप्रीत को जेल में ब्यूटी पार्लर के साथ वाले कमरे में रखा गया है।
सूत्रों की मानें तो रात के समय सेंट्रल जेल में आलू-बैगन की सब्जी बनाई गई थी लेकिन हनीप्रीत ने कुछ भी खाने से इनकार कर दिया।
डायरी ने उगले राज
इस बीच, साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में जेल में सजा काट रहे राम रहीम ने सीबीआई कोर्ट में पेशी से पहले ही हनीप्रीत को कई बड़े नेताओं, अफसरों और रसूखदारों के नंबर सीक्रेट डायरी में नोट कराए थे।
हनीप्रीत की इस डायरी में डेरामुखी के भी कई राज छिपे हैं। फैसले के बाद पंचकूला हिंसा के लिए जिस धन का लेनदेन हुआ था, वह डेरे का ही कालाधन था। हिंसा के लिए करीब सवा करोड़ रुपये के लेनदेन का आरोप है, जिसे हनीप्रीत के कहने पर पंचकूला भेजा गया था।
हनीप्रीत ने रिमांड के दौरान डायरी के बारे में कई जानकारियां दी हैं, मगर पुलिस उससे यह पता नहीं लगवा सकी कि डायरी कहां छिपाई गई है। डायरी में ब्लैक मनी को व्हाइट करने में मददगार लोगों के नाम और दस्तावेजों की जानकारी भी दर्ज है।
राम रहीम ने कई बड़े वकीलों के नंबर भी हनीप्रीत को नोट करा दिए थे। बाबा को भरोसा था कि वह बच जाएगा, लेकिन अगर कुछ गड़बड़ हो भी गई तो पीछे से हनीप्रीत संभाल लेगी। विपरीत स्थिति में डेरामुखी कहां-कहां छिप सकते हैं, इसके संकेत भी डायरी में दिए गए हैं।