हरदा– मध्यप्रदेश के हरदा में एक कमरे में कैद महिला को एक पत्र ने आज़ाद करा दिया अब यह महिला आज़ाद है। मामला ऐसा है कि हरदा में पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर एक कमरे में कैद महिला को मुक्त कराया। संजू दोहरे नाम की इस महिला को उसके भाई और भाभी ने पैसे के लालच में दो साल से कमरे में कैद कर रखा था सिर्फ रेलवे से मिलने वाली पेंशन बैंक से लाने के लिए ही कमरे से बाहर निकालते थे फिर कैद कर देते थे !
पुलिस ने बताया कि इटारसी से आये एक गुमनाम पत्र के आधार पर यह कार्यवाही की गयी है । इस मामले में पुलिस ने महिला के तीन परिजनों को हिरासत में लिया है मामले की जाँच की जाकर कार्यवाही की जावेगी !
हरदा एएसपी पुलिस किरनलता केरकट्टा ने बताया कि हरदा जिला पुलिस की महिला सेल ने हरदा के सेंट मेरी स्कूल के पास रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर एक महिला उसके ही घर के कमरे में कैद से मुक्त कराया । मुक्त करायी महिला संजू दोहरे के पति संजय दोहरे की एक ट्रैन हादसे में मौत हो गयी थी। पति की जगह नौकरी मिलने के बाद मानसिक स्थिति ठीक नही होने पर महिला संजू ने नौकरी छोड़ दी थी ।
भाई ने अपनी बहन को आसरा देने के बजाय उसकी हर माह आने वाली पेंशन के लालच में एक कमरे में बंद कर दिया । नाही उसे कही जाने देते थे और न ही उसे भरपेट खाना देते थे । इस महिला को कभी कभी खाना दिया जाता था जिस कमरे में उसे कैद किया गया था वह चारो और से बंद था । एएसपी ने बताया की महिला को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।इस मामले में महिला के भाई व उसकी पत्नी व भाभी को हिरासत में लिया गया है और मामले में जो दोषी है उनपर कार्यवाही की जाएगी ।
इस मामले में जो खुलासे हुए उसे सुनकर किसी की भी रूह कांप सकती है । पैसे के लालची भाई ने महज कुछ हजार रूपये की खातिर अपनी विधवा बहन को कैद कर रखा था । मंडी क्षेत्र में रहने वाले रेल कर्मचारी मुकेश ने अपनी बहन को ही कैद कर रखा था ।
पीड़ित महिला के भाई मुकेश ने बताया की ने बताया की मेरी बहन की मानसिक हालत ठीक न होने से कमरे में बंद कर के रखते थे व खाना भी दिया जाता था
पीड़ित महिला को जैसे ही कैद कमरे से बाहर निकाला गया वह ख़ुशी खुशी आई और बोली मेरी पेंशन भाभी ले लेती है मुझे खाना भी नहीं दिया जाता था इसी कमरे में ही में शौच जाती थी पुरे कमरे में गंदगी थी !
रिपोर्ट- अब्दुल समद,