चंडीगढ़– हरियाणा के झज्जर में कर्फ्यू के बावजूद हालात तनावपूर्ण हैं। झज्जर में कर्फ्यू के बावजूद जाट आंदोलनकारियों ने शहर में प्रदर्शन शुरू किया। सैंकड़ो युवा हाथों में लाठी डंडे लेकर शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने कृषिमंत्री ओपी धनकड़ की कोठी में जमकर तोड़फोड़ की। कोठी में लगे सीसीटीवी तोड़ डाले हैं। कवरेज में जुटे पत्रकारों से भी बदसलूकी की खबरें मिल रही हैं।
आरक्षण के लिए आंदोलन को देखते हुए सरकार ने रोहतक, हिसार, झज्जर और अन्य जिलों में इंटरनेट और मोबाइल एसएमएस सेवा को बंद कर दिया है। दिल्ली-अंबाला, दिल्ली-अमृतसर, दिल्ली-हिंसा-फजिल्का मार्ग और हिसार-धूरी खंड पर जाटों के विरोध प्रदर्शन को लेकर रेल सेवा गंभीर रूप से प्रभावित हुई है। कुल 37 ट्रेने रद्द की गई है जबकि 22 आंशिक रूप से रद्द करनी पड़ी।
प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन के कंट्रोल रूम और जनरेटर रूम में तोड़ फोड़ के बाद आग लगाईं। इससे पहले पुलिस और आईआरबी ने शहर में फ्लैग मार्च भी निकाला। हरियाणा में जाट आंदोलन बेकाबू होते ही तीन जिलों में कर्फ्यू लगा दिया है। साथ ही, उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। आज सुबह सेना ने मोर्चा संभाल लिया है।
राज्य के नौ जिलों में सेना बुला ली गयी और रोहतक तथा भिवानी में कर्फ्यू लगाने के साथ ही हिंसा भड़काने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। हिंसक भीड़ द्वारा राज्य के विभिन्न हिस्सों में की गयी आगजनी के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गयी और 25 अन्य घायल हो गए। केंद्र ने भी 3,300 अर्धसैनिक बलों को हरियाणा भेज दिया। रोहतक में हिंसक भीड़ ने कुछ पुलिसकर्मियों को बंधक बनाने के साथ ही राज्य के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के घर को आग लगा दी और रोहतक, झज्जर, हांसी तथा कई अन्य जगहों पर कई सरकारी और निजी संपत्तियों को को भी आग के हवाले कर दिया गया।
गौरतलब है कि शुक्रवार को रोहतक में पुलिस फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई और 25 लोग जख्मी हो गए। हालांकि प्रशासन ने एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की है। हिंसक भीड़ ने वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु के घर और स्कूल में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। हालात बिगड़ते देख राज्य सरकार ने आठ जिलों में तैनाती के लिए सेना बुला ली है। वहीं, रोहतक, झज्जर और भिवानी के कई थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है, साथ ही देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं।
झज्जर जिले में दो पुलिस चौकियों और एक टोला प्लाजा को फूंक दिया गया। भिवानी में जाट-गैर जाट गुटों में पुलिस की मौजूदगी में हुई झड़प में 8-10 युवक घायल हो गए। सड़क और रेल मार्ग जाम होने के बाद जगह-जगह आगजनी की घटनाओं ने प्रदेश के पुलिस और खुफिया तंत्र की पोल खोल दी है। इससे पहले, आंदोलनकारियों के बीच घुसे शरारती तत्वों ने एमडीयू के सामने स्थित वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के घर के आगे एक गाड़ी को आग लगा दी। इसके बाद भीड़ कैप्टन अभिमन्यु के घर में घुस गई। वहां मौजूद लोगों को बाहर निकालकर तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी गई।
वहीं, एमडीयू गेट पर मोर्चा जमाए बैठे आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच भिड़ंत में डीएसपी और एसएचओ घायल हो गए। कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी फूंक दी। करीब तीन बजे आईजी ऑफिस में घुसने का प्रयास कर रहे आंदोलनकारियों को रोकने के लिए पुलिस को सर्किट हाउस में मोर्चा लेकर फायरिंग करनी पड़ी।
इससे एक आंदोलनकारी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि इलाज के दौरान पीजीआई में दो और लोगों ने दम तोड़ दिया। प्रदर्शनकारियों ने सर्किट हाउस में खड़ी तीन सरकारी गाड़ियों को फूंक दिया। झज्जर जिले में डीघल चौकी, दुजाना चौकी और डीघल टोल प्लाजा को आग लगाने का समाचार है। सरकार ने प्रदेश के सर्वाधिक प्रभावित आठ जिलों रोहतक, सोनीपत, जींद, झज्जर, हिसार, भिवानी, पानीपत, कैथल में सेना तैनाती की मांग की है।
पुलिस महानिदेशक यशपाल सिंघल ने बताया कि भीड़ ने एमडीयू के गेट नंबर दो के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया था। उन्हें मुक्त करवाने के लिए बीएसएफ ने प्रयास शुरू किए तो भीड़ में से किसी व्यक्ति ने बीएसएफ के जवान पर गोली चला दी। इसके बाद बीएसएफ के जवानों ने बचाव में फायरिंग की, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। जाट आरक्षण के मुखर विरोधी भाजपा सांसद राज कुमार सैनी के कैथल में आवास पर तोड़फोड़ की गई। कुरुक्षेत्र स्थित आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
ज्ञात हो कि गुरुवार को रोहतक कोर्ट परिसर में आरक्षण की मांग को लेकर दो गुटों के आपस में भिड़ंत के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी जिसमें उन्होंने जाट नेताओं से बातचीत की अपील की।
पिछले कई दिनों से आरक्षण की मांग को लेकर हरियाणा में जाट प्रदर्शन हो रहा है। यूपीए सरकार के समय से जाटों को मिले आरक्षण को पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था। जाटों का प्रदर्शन रोहतक-झज्जर क्षेत्र से सोनीपत, भिवानी, हिसार, फतेहाबाद और जींद जिलों तक फैल गया है। प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हो रही हैं। सोनीपत में प्रदर्शनों में जहां वकील शामिल हुए, बड़ी संख्या में छात्रों ने रोहतक में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत आरक्षण की मांग कर रहे हैं।