चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र व हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित कर दी है। दोनों ही राज्यों में 21 अक्टूबर को मतदान होगा और 24 अक्टूबर को नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को समाप्त हो रहा है। वहीं, हरियाणा विधानसभा की अवधि 2 नवंबर को खत्म हो जाएगी। चुनाव आयोग की घोषणा के साथ ही दोनों राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई है।
महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख़ की घोषणा हो गई है। चुनाव आयोग ने शनिवार को घोषणा की कि महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव एक ही चरण में 21 अक्टूबर को होंगे। इसके अलावा अलग-अलग राज्यों की 64 विधानसभा सीटों और बिहार की समस्तीपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव भी 21 अक्टूबर को होगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि दोनों राज्यों महाराष्ट्र और हरियाणा में 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे जबकि वोटों की गिनती 24 अक्टूबर को होगी।
दोनों राज्यों में 27 सितंबर को अधिसूचना जारी की जाएगी। 4 अक्टूबर तक नामांकन किया जा सकता है और 7 अक्टूबर तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं। महाराष्ट्र में 288 सदस्यों वाली विधानसभा का कार्यकाल नौ नवंबर को खत्म हो रहा है, जबकि 90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल दो नवंबर को खत्म होगा।
आपको बता दें कि कि झारखंड विधानसभा का कार्यकाल भी इसी साल दिसंबर में ख़त्म हो रहा है। संभावना थी कि तीनों राज्यों में एक साथ चुनाव कराए जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके अलावा अलग-अलग राज्यों की 64 विधानसभा सीटों और बिहार की समस्तीपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव भी 21 अक्टूबर को कराने की घोषणा की गई है।
महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें और 90 सदस्य वाली हरियाणा विधानसभा में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा चुनाव आयोग कर रहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा पत्रकारों को संबोधित कर उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को समाप्त हो रहा है। वहीं, हरियाणा विधानसभा की अवधि 2 नवंबर को खत्म हो जाएगी। चुनाव आयोग की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है।
महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं। यहां सीधा मुकाबला बीजेपी-शिवसेना गठबंधन और कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के बीच है। वहीं, 90 सदस्य वाली हरियाणा विधानसभा में सत्तारूढ़ बीजेपी का लक्ष्य कांग्रेस को एक बार फिर करारा झटका देकर दूसरा कार्यकाल अपने नाम करने का है।